

बदायूं में गांधी ग्राउंड रामलीला मैदान में दशहरा पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया। 45 फीट के रावण और 40 फीट के मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया। प्रशासन की सतर्कता के बीच भारी भीड़ उमड़ी, डिजिटल आतिशबाजी और मेले ने आयोजन को खास बना दिया।
रावण और मेघनाथ के पुतलों का दहन
Badaun: जनपद बदायूं के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र स्थित गांधी ग्राउंड रामलीला मैदान में दशहरा पर्व बड़े धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक रावण और मेघनाथ के विशाल पुतलों का दहन किया गया। इस आयोजन में जिलेभर से भारी संख्या में लोग पहुंचे और राम-रावण युद्ध के दृश्य और डिजिटल आतिशबाजी का भरपूर आनंद लिया।
45 फीट का रावण, 40 फीट का मेघनाथ बना आकर्षण का केंद्र
रामलीला मैदान में इस बार 45 फीट ऊंचा रावण और 40 फीट ऊंचा मेघनाथ का पुतला तैयार किया गया था, जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग उमड़े। पुतलों के दहन से पहले सोने की लंका का भी प्रतीकात्मक दहन किया गया, जिसने दर्शकों को खासा रोमांचित किया।
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रावण-वध के दृश्य पर गूंजीं तालियां
राम और रावण के बीच हुआ प्रतीकात्मक युद्ध दर्शकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा। जब भगवान श्रीराम ने रावण पर अंतिम बाण चलाया और वह धू-धू कर जलने लगा तो लोगों ने तालियों और जयकारों से पूरा मैदान गूंजा दिया। बारिश की बूंदों ने आयोजन में थोड़ी बाधा जरूर डाली, लेकिन श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई।
सुरक्षा व्यवस्था रही चाक-चौबंद
दशहरा जैसे बड़े आयोजन को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर दिखाई दिया। पड़ोसी जिले बरेली में हुए बवाल को ध्यान में रखते हुए बदायूं में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया। रामलीला मैदान और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस फोर्स की भारी तैनाती की गई थी, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
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प्रशासनिक और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी
इस भव्य आयोजन में जिलाधिकारी अवनीश राय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. बृजेश कुमार सिंह सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने आयोजन स्थल का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।
डिजिटल आतिशबाजी और मेले का भी उठाया आनंद
रावण और मेघनाथ के पुतलों के दहन के बाद डिजिटल आतिशबाजी का खूबसूरत नजारा देखने को मिला, जिसने लोगों का मन मोह लिया। दहन के बाद उपस्थित जनसमूह ने रामलीला मैदान में लगे मेले का भी आनंद उठाया, जहां झूले, खाने-पीने की स्टॉल और बच्चों के लिए आकर्षक खेल-खिलौने मौजूद रहे।