

श्रावण मास में शिवभक्ति का पावन संकल्प लेकर हरिद्वार गंगाजल लेने जा रहे 66 वर्षीय शिवभक्त की तेज रफ्तार बस की टक्कर से दर्दनाक मौत हो गई। हादसा मंगलवार सुबह रुड़की के नगला इमरती बाईपास के पास हुआ, जहां एक प्राइवेट बस ने पीछे से टक्कर मारकर बुजुर्ग श्रद्धालु की जीवन लीला समाप्त कर दी।
श्रद्धा पर भारी पड़ी लापरवाही
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, मृतक की पहचान 66 वर्षीय पुरुषोत्तम शर्मा पुत्र स्वर्गीय श्री रामेश्वर शर्मा निवासी डूंडाहेड़ी, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुरुषोत्तम शर्मा अपने गांव से साथियों के दल के साथ हरिद्वार में गंगा जल लेने के लिए पैदल यात्रा पर निकले थे। हरिद्वार की ओर जाते हुए नगला इमरती बाईपास के पास वह अपने समूह से कुछ दूरी पर आगे निकल गए थे।
इसी दौरान पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार प्राइवेट बस ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पुरुषोत्तम शर्मा सड़क पर ही बुरी तरह घायल होकर गिर पड़े। हादसे के बाद आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना दी और गंभीर रूप से घायल बुजुर्ग को सिविल अस्पताल रुड़की पहुंचाया गया।
डॉक्टरों ने उन्हें प्राथमिक जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। हादसे की खबर मिलते ही उनके साथ चल रहे अन्य श्रद्धालु भी मौके पर पहुंचे तो पूरे इलाके में मातम पसर गया।
स्थानीय लोगों के अनुसार बाईपास पर अक्सर तेज रफ्तार वाहन चलते हैं और श्रद्धालुओं के पैदल चलने के बावजूद वाहन चालकों को रफ्तार पर कोई लगाम नहीं है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मृतक के परिजनों को हादसे की सूचना दे दी गई है।
पुलिस ने अज्ञात बस चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के बाद चालक बस समेत मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि श्रावण मास के दौरान कांवड़ मार्गों पर वाहन चालकों की गति सीमा तय की जाए ताकि इस तरह के हादसों पर रोक लगाई जा सके।
पुरुषोत्तम शर्मा की मौत ने एक बार फिर श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि यात्रा के दौरान सड़क पर सावधानी से चलें और समूह से अलग न हों। वहीं हादसे के बाद से मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है और गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।