

नैनीताल के रामनगर में खनन कारोबारी ने शनिवार को डीएफओ कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
डीएफओ के सामने अपनी मांग रखते खनन कारोबारी
नैनीताल: जनपद के रामनगर में कोसी नदी के बंजारी प्रथम गेट को बंद किए जाने के विरोध में खनन कारोबार से जुड़े दर्जनों लोगों ने शनिवार को डीएफओ का घेराव किया और गेट को फिर से खोलने की मांग की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार खनन कारोबारियों पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी के नेतृत्व में तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य का घेराव करते हुए बंद गेट को शीघ्र खोले जाने की मांग की।
डीएफओ से मुलाकात के दौरन खनन कारोबारी
पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी ने बताया कि कोसी नदी के बंजारी प्रथम गेट वन विभाग द्वारा 8 मई को बंद कर दिया गया है जिससे इस गेट में पंजीकृत ट्रांसपोर्टर एवं खनन कारोबारियों के आगे रोजी-रोटी का संकट गहराने लगा है। उन्होंने डीएफओ से शीघ्र इस गेट को खोले जाने की मांग की है।
वही मामले में डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने बताया उक्त गेट के आसपास लगातार अवैध खनन की शिकायत मिलने के बाद हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी जिसके बाद अवैध खनन रोकने को लेकर इस गेट को बंद किया गया।
उन्होंने बताया कि इस मामले में 19 मई को हाई कोर्ट में सुनवाई होगी। इसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। वहीं खनन कारोबार से जुड़े लोगों ने कहा कि उनको किसी दूसरे गेट पर पंजीकृत कर दिया जाए।
पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी ने बताया कि खनन कारोबारियों की खनन से ही रोजी रोटी चलती है। बिना कारण बंजारी प्रथम गेट को बंद कर दिया गय़ा है।
उन्होंने कहा कि यदि 19 तारीख के बाद गेट नहीं खोला गया तो वे आगे और बड़े कदम उठाने को मजबूर होंगे। इस बंदी से सरकार को भी लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो सकता है।
डीएफओ ने बताया कि वर्तमान में खनन सत्र समाप्त होने की ओर है। उन्होंने बताया कि नदी में करीब 42 000 घन मीटर खनन अभी और होना है। डीएफओ ने बताया कि इन सभी मामलों पर हाई कोर्ट से निर्णय होने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।