

हरिद्वार को धार्मिक, आर्थिक और नवाचार का केंद्र बनाए जाने पर राज्यपाल ने बैठक में जोर दिया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कांवड़ यात्रा और अर्धकुंभ पर राज्यपाल की बैठक
हरिद्वार: उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने सोमवार को डाम कोठी, हरिद्वार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर हरिद्वार के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा पर चर्चा की। राज्यपाल ने स्पष्ट निर्देश दिए कि हरिद्वार को धार्मिक, आर्थिक और नवाचार के केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए योजनाबद्ध और नवोन्मेषी प्रयास किए जाएं।
राज्यपाल ने कांवड़ यात्रा और आगामी अर्धकुंभ 2026 की तैयारियों पर विशेष जोर दिया और कहा कि इन दोनों आयोजनों में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। प्रयागराज कुम्भ में SDRF द्वारा अर्जित अनुभवों को हरिद्वार में लागू करने की बात कही ताकि आपदा प्रबंधन और भी प्रभावी हो सके।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार बैठक में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा टिहरी जिले में महिलाओं के एनीमिक (रक्त की कमी) सर्वेक्षण की जानकारी साझा की गई, जिस पर राज्यपाल ने प्रशंसा व्यक्त करते हुए हरिद्वार में भी इस तरह की पहल करने को कहा। उन्होंने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, पोषण और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में ठोस काम करने के निर्देश दिए।
राज्यपाल ने आंगनबाड़ी सुपर स्टार योजना की सराहना करते हुए बच्चों के समग्र विकास पर बल दिया और शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य में सुधार के लिए नवाचार अपनाने को कहा।
राज्यपाल ने साइबर अपराधों में बढ़ोत्तरी पर चिंता जताते हुए आम जनता, खासकर युवाओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तकनीक का सकारात्मक उपयोग हो, लेकिन साथ ही डिजिटल सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जाए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा, एसपी क्राइम जितेंद्र मेहरा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के. सिंह समेत जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के दौरान हरिद्वार की भावी विकास योजनाओं पर व्यापक चर्चा की गई और राज्यपाल ने कहा कि हरिद्वार का धार्मिक महत्व देशभर में है, और अब समय आ गया है कि यह शहर आर्थिक और तकनीकी नवाचार का उदाहरण भी बने।