

रामनगर मंडी समिति परिसर में वर्षों से जमे अतिक्रमण पर शनिवार को प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सख्ती दिखाई। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मंडी समिति से अतिक्रमण हटाया गया
रामनगर: रामनगर मंडी समिति परिसर (Mandi Samiti Complex) में वर्षों से जमे अतिक्रमण पर शनिवार को प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई (joint action) करते हुए सख्ती दिखाई। चबूतरे पर अवैध रूप से सामान रखे आढ़तियों और व्यापारियों के कब्जे को हटाते हुए क्षेत्र को खाली कराया गया। इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, एसडीएम प्रमोद कुमार (SDM Pramod Kumar) ने बताया कि मंडी समिति के चबूतरे पर कुछ व्यापारियों द्वारा लंबे समय से अवैध रूप से अतिक्रमण किया गया था। मंडी समिति द्वारा इन्हें कई बार नोटिस और मौखिक चेतावनी दी गई, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा कि इस चबूतरे पर मंडी निधि से 22 दुकानों का निर्माण प्रस्तावित है और इसी उद्देश्य से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है।
एसडीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि निर्माण कार्य में किसी प्रकार का अवरोध पैदा करने वालों के विरुद्ध सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। यह कार्य मंडी समिति की विकास योजना का हिस्सा है, जिसके तहत पंजीकृत व्यापारियों को सुविधाजनक और वैध रूप से दुकानें उपलब्ध कराई जानी हैं।
मंडी समिति के सचिव सहिल अहमद (Secretary Sahil Ahmed) ने जानकारी दी कि इस समय मंडी में 62 पंजीकृत व्यापारी ऐसे हैं जिनके पास अपनी दुकानें नहीं हैं। समिति का उद्देश्य इन व्यापारियों को प्राथमिकता के आधार पर नई दुकानें आवंटित करना है। उन्होंने बताया कि सभी दुकानें नियमों के अनुसार आवंटित की जाएंगी ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
स्थानीय व्यापारियों में इस कार्रवाई को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखी गई। कुछ व्यापारियों ने जहां प्रशासन के कदम को उचित ठहराया, वहीं कुछ ने इसे एकतरफा बताया। प्रशासन की ओर से साफ किया गया है कि यह कार्रवाई पहले से तय विकास योजना का हिस्सा है और सभी संबंधित पक्षों को पहले ही सूचित किया गया था। रामनगर मंडी परिसर में अब 22 नई दुकानों के निर्माण की तैयारी शुरू हो चुकी है और उम्मीद है कि इससे पंजीकृत व्यापारियों को स्थायी व्यापारिक स्थल मिलने में मदद मिलेगी।