

उत्तराखंड सरकार ने भारत-पाक के बीच तनानती को देखते हुए चार धाम की सुरक्षा चाक चौबंद कर दी है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
चार धाम यात्रा की सुरक्षा कड़ी
देहरादून: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक के बीच तनातनी का माहौल है। तनाव को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने चारों धामों में सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ कर दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उत्तराखंड सरकार ने चारों धामों बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है, जिससे श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और सुगम हो।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीएम धामी की हाई लेवल मीटिंग (इमेज सोर्स- इंटरनेट)
सुरक्षा हालातों को देखते हुए इस बार चारों धाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। बदरीनाथ धाम में इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी), केदारनाथ में बम निरोधक दस्ता और गंगोत्री-यमुनोत्री धामों व यात्रा मार्गों पर पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। यात्रा मार्ग के हर मुख्य पड़ाव पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
देहरादून ब्रेकिंग : ऑपरेशन सिंदूर के बाद उत्तराखंड सरकार ने चारों धामों में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया
➡️राज्यमंत्री मधु भट्ट ने कहा: "यात्रा के श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है। मुख्यमंत्री ने सभी धामों में सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी है। सभी श्रद्धालुओं के लिए… pic.twitter.com/A4zUud5Txl— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) May 9, 2025
यात्रा मार्गों पर आने-जाने वाले वाहनों और व्यक्तियों की सघन चेकिंग की जा रही है। आईटीबीपी और पुलिस की संयुक्त टीमें हर चेक पोस्ट और जिले के प्रवेश द्वारों पर संदिग्ध लोगों और वाहनों की निगरानी कर रही हैं. साथ ही, यात्रा मार्ग के पड़ावों पर बाहर से आए श्रमिकों और व्यक्तियों का सत्यापन अभियान भी चलाया जा रहा है।
धामों में पहले से ही एटीएस की तैनाती है, लेकिन हालिया कश्मीर हमले के बाद सुरक्षा को और बढ़ाया गया है। सरकार का मानना है कि चारधाम यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाए रखना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. यही कारण है कि इस बार सुरक्षा प्रबंध बेहद व्यापक किए गए हैं।
प्रदेश सरकार ने श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की है और कहा है कि वे सुरक्षा जांच में किसी प्रकार की असहजता महसूस न करें, यह सब उनकी सुरक्षा के लिए ही किया जा रहा है।
यात्रियों से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत नजदीकी पुलिस कर्मी को दें। सरकार की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि चारधाम यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में कोई ढील नहीं दी जाएगी।
इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर होटल, ढाबा, बस स्टैंड, रेलवे स्टैंड समेत अन्य संवेदनशील जगहों पर चेकिंग की जा रही है। साथ ही सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। बॉर्डर क्षेत्रों में अलर्ट है। सभी जिलों से समन्वय बनाते हुए उन्हें सतर्क और अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए है।
उत्तराखंड से न केवल दो-दो अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से लगते हैं बल्कि, प्रदेश में तमाम महत्वपूर्ण केंद्रीय संस्थान भी हैं जो काफी अहम हैं।