

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ में हुए हेलीकॉप्टर हादसे के बाद हेलीकॉप्टर संचालन के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। जानने के लिए पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (सोर्स- इंटरनेट)
देहरादून: अहमदाबाद प्लेन हादसे के ठीक तीन दिन बाद उत्तराखंड के केदरानाथ में हेलीकॉप्टर क्रैश की घटना हुई है, जिसके बाद देश में एक हड़कंप सा मच गया है। इस दुर्घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर संचालन को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त एसओपी (Standard Operating Procedure) तैयार की जाए, जिसमें हेलीकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूर्ण जांच और उड़ान से पूर्व मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य किया जाए।
मुख्य सचिव को दिए आदेश
बता दें कि इस दौरान मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को आदेश दिया कि तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाए, जो हेली संचालन की सभी तकनीकी और सुरक्षा पहलुओं की गहन समीक्षा कर एसओपी तैयार करेगी। यह समिति यह सुनिश्चित करेगी कि हेली सेवाओं का संचालन पूरी तरह से सुरक्षित, पारदर्शी और निर्धारित मानकों के अनुसार हो।
हेलीकॉप्टर क्रैश
सीएम ने जारी किए सख्त निर्देश
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि राज्य में पूर्व में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गाठित की जाए। साथ ही पूर्व में हुई हेली दुर्घटनाओं के साथ ही आज के हेली क्रेश की भी हर पहलू की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपे। यह समिति प्रत्येक घटना के कारणों की गहराई से जांच करेगी और दोषी व्यक्तियों या संस्थाओं की पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की संस्तुति करेगी।
सीएम ने बताए हेली सेवाओं के महत्व
घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हेली सेवाओं का महत्व तीर्थाटन, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं के लिए अत्यधिक है, इसलिए इनमें सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
रेस्क्यू तस्वीर
हेली सेवा पर लगी रोक
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि घटना के बाद चार धाम में हेलीकॉप्टर सेवा पर रोक लगाई गई है। यह रोक किसी नहीं बल्कि यूकाड़ा और डीजीसीए ने लगाई है और यह रोक अगले आदेश तक चलेगी। हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद यह फैसला लिया गया है।
हादसे का रेस्क्यू जारी
जिला पर्यटन विकास अधिकारी एवं हेली सेवा नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि हेलीकॉप्टर आर्यन एविएशन का था, जिसमें पायलट के अलावा पांच यात्री और एक शिशु सवार थे। बताया गया कि घाटी में अचानक मौसम बिगड़ने के कारण पायलट ने हेलीकॉप्टर को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान हादसा हो गया।सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर रेस्क्यू में जुटे हुए हैं। फिलहाल खोजबीन और राहत कार्य जारी है।