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देहरादून के डोईवाला में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने उत्पीड़न और कम मानदेय के विरोध में तहसील कार्यालय का घेराव किया। प्रदेश अध्यक्ष सुशीला खत्री के नेतृत्व में कार्यकत्रियों ने चेतावनी दी कि मांगे न माने जाने पर 30 अक्टूबर को सचिवालय का घेराव किया जाएगा।
डोईवाला में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का प्रदर्शन
Dehradun: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के डोईवाला क्षेत्र में सोमवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अपने उत्पीड़न और कम मानदेय को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकत्रियों ने डोईवाला तहसील कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी करते हुए सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया। उनका कहना था कि वर्षों से वे न्यूनतम वेतन और सामाजिक सुरक्षा से वंचित हैं, बावजूद इसके सरकार उनकी आवाज़ को अनसुना कर रही है।
संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुशीला खत्री के नेतृत्व में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने मांग की कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय बढ़ाया जाए और उन्हें श्रम कानूनों के तहत सुविधाएं दी जाएं।
सुशीला खत्री ने कहा, “जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जातीं, तब तक हमारा कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। हम किसी भी विभागीय या गैर-विभागीय कार्य में सहयोग नहीं करेंगी।”
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उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो राज्यभर की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां 30 अक्टूबर को सचिवालय का घेराव करेंगी।
आंगनबाड़ी कार्यकत्री सीमा देवी ने कहा कि वे अपने विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों के कार्यों में भी सहयोग दे रही हैं। उन्होंने कहा, “हमसे हर जिम्मेदारी निभाने की उम्मीद की जाती है, लेकिन न हमें श्रम कानून का लाभ मिलता है और न सामाजिक सुरक्षा का अधिकार। अब हम चुप नहीं बैठेंगे,”

सीमा देवी ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भूमिका गांवों में महिला एवं बाल विकास के हर कार्यक्रम की रीढ़ है, लेकिन उन्हें उनके कार्य के अनुरूप मानदेय नहीं मिलता।
प्रदेश अध्यक्ष सुशीला खत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अब पूरी तरह एकजुट हैं। “हमने वर्षों तक इंतजार किया कि सरकार हमारे मानदेय में वृद्धि करेगी, लेकिन अब सब्र का बांध टूट चुका है। अगर सरकार नहीं मानी तो हम सड़कों पर उतरेंगे और अपना हक लेकर रहेंगे।”
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों की कार्यकत्रियां आगामी सचिवालय घेराव में शामिल होंगी। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं।
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प्रदर्शन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष सुशीला खत्री, सुनीता, राधा, मंजू शीर्षवाल, अर्चना शर्मा, गीता खत्री, सीमा देवी, जशविंदर कौर, भागीरथी भट्ट, संगीता, नितेश, हरजिंदर कौर, माया देवी, राधा देवी, सुमन समेत सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां मौजूद रहीं। महिलाओं ने बैनर और पोस्टर लेकर “मानदेय बढ़ाओ, हक दिलाओ” के नारे लगाए।