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देहरादून के विकासनगर में एक मुस्लिम युवक ने छह साल पहले हिंदू युवती को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया और मतांतरण का दबाव डाला। अब युवती ने आरोपित समीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।
विकासनगर में छिपे नाम के साथ शादी का झांसा (सोर्स- गूगल)
Dehradun: राजधानी देहरादून के विकासनगर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें एक मुस्लिम युवक ने हिंदू युवती को शादी का झांसा देकर होटल और अन्य स्थानों पर दुष्कर्म किया। पीड़िता का आरोप है कि युवक ने उसे धर्मांतरण का दबाव भी डाला।
मुकदमे के अनुसार यह घटना करीब छह वर्ष पहले हुई थी। पीड़िता ने बताया कि उस समय उसने सेलाकुई स्थित एक कंपनी में कार्यरत युवक से दोस्ती की। युवक ने अपने आप को सेम चौधरी बताया और शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए।
जब पीड़िता ने शादी के लिए दबाव डाला, तो युवक ने धर्मांतरण की बात कहकर असली पहचान छिपाई। उसके असली नाम समीर और निवास स्थान सहसपुर का पता चला। पीड़िता का आरोप है कि समीर और उसका एक रिश्तेदार उसे कार में लेकर एक अनजान स्थान पर ले गए, जहां स्थानीय प्रधान भी मौजूद था।
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पीड़िता के अनुसार, वहां चार घंटे तक उस पर धर्मांतरण का दबाव बनाया गया। आरोपित ने पहले जो चेक के माध्यम से पैसे दिए थे, उन्हें भी वापस ले लिया और पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी। घटना ने पीड़िता के जीवन पर गंभीर असर डाला है और उसे सुरक्षा की चिंता है।

कोतवाल विनोद गुसांई ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर आरोपी समीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है और उसे जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है।
यह मामला सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने घटना पर नाराजगी जताई। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। स्थानीय लोग भी इस घटना से हैरान और चिंतित हैं।
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विशेषज्ञों के अनुसार इस तरह के मामलों में समय के साथ भी कार्रवाई की जा सकती है। भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत आरोपी को दुष्कर्म, धोखाधड़ी और धमकी देने के आरोप में सजा हो सकती है। पीड़िता की सुरक्षा के लिए प्रशासन को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
इस घटना ने दिखा दिया कि युवतियों को झूठे वादों और झांसे में नहीं आना चाहिए। समाज में जागरूकता बढ़ाने और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में समय पर कार्रवाई और न्याय की मांग बहुत जरूरी है।