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देहरादून के नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में बिल्ली के बच्चों को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि मामला थाने तक पहुंच गया। युवती ने अपने चाचा, चाची और तीन भाइयों पर घर में घुसकर धमकी देने का आरोप लगाया। पूरा मामला जानने के लिए पढ़िये ये खबर
पारिवारिक विवाद का अनोखा मामला (सोर्स- गूगल)
Dehradun: नेहरू कॉलोनी स्थित धर्मपुर क्षेत्र में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां बिल्ली के बच्चों को लेकर घर में भारी विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि युवती ने अपने ही चाचा-चाची और तीन भाइयों पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने युवती की तहरीर के आधार पर पांचों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
शिकायतकर्ता युवती रश्मी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि यह विवाद 12 मार्च से शुरू हुआ, जब एक बिल्ली अपने दो बच्चों को लेकर उनके घर के आंगन में आ गई थी। बिल्ली बच्चों को छोड़कर कहीं चली गई, जिसके बाद युवती ने दोनों बिल्ली के बच्चों की देखभाल शुरू कर दी।
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रश्मी के अनुसार, वह उन्हें दूध-पानी दे रही थी और सुरक्षित रख रही थी। लेकिन इसी बीच, उनके चाचा उमेश और चाची सुमन जो उसी मकान में रहते हैं लेकिन अलग हिस्से में उन्हें बिल्ली के बच्चों से परेशानी होने लगी।
युवती ने बताया कि 14 मार्च को चाचा उमेश ने बिल्ली के दोनों बच्चों को पकड़कर अपनी स्कूटी की डिग्गी में बंद किया और उन्हें कहीं दूर छोड़ आए। जब उसने इसका विरोध किया तो परिवार में झगड़ा बढ़ गया।

रश्मी का आरोप है कि बिल्ली के बच्चों को छोड़ने के विरोध पर चाचा-चाची और उनके तीन बेटे भड़क उठे। उन्होंने घर में घुसकर उसे और उसके परिवार को धमकी दी कि अगर उसने इस मामले में कुछ कहा तो अंजाम भुगतना पड़ेगा।
रश्मी ने बताया कि चाचा-चाची और उनके तीन बेटों ने मिलकर उसके घर में घुसकर गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। इससे उसके परिवार में भय और तनाव का माहौल बन गया।
उसने कहा कि उसे और उसके परिवार को अब सुरक्षा की जरूरत है, क्योंकि विरोध के बाद से रिश्तेदार लगातार उसे डराने-धमकाने का प्रयास कर रहे हैं।
थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी संजीत कुमार ने बताया कि रश्मी की तहरीर के आधार पर उमेश, सुमन और उनके तीन बेटों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और दोनों पक्षों को बुलाकर पूछताछ की जाएगी।
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उन्होंने बताया कि फिलहाल शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में गश्त बढ़ाई गई है और यदि किसी भी तरह की दोबारा झड़प हुई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
धर्मपुर क्षेत्र में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इतनी मामूली बात को लेकर परिवारों में इस हद तक तनाव होना चिंताजनक है। कई लोगों ने कहा कि जानवरों के प्रति संवेदनशीलता जरूरी है, लेकिन परिवार में आपसी समझ भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। वहीं, कुछ पड़ोसियों का कहना है कि यह झगड़ा पुरानी रंजिश का हिस्सा हो सकता है, जिसे अब बिल्ली के बहाने हवा मिल गई।