हिंदी
मैनपुरी के करहल क्षेत्र में पंचायत चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगा है। राजपुर गांव में 50 से अधिक मतदाताओं के नाम काटे जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है। एसडीएम ने निष्पक्ष जांच और पात्र मतदाताओं के नाम जोड़ने का आश्वासन दिया है।
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स: इंटरनेट)
Mainpuri: जनपद में आगामी पंचायत चुनाव से पहले मतदाता सूची को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। करहल विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत तहसील करहल के ग्राम राजपुर में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि बिना किसी पूर्व सूचना, सत्यापन और मौके की जांच के बीएलओ द्वारा उनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए, जिससे उनका लोकतांत्रिक अधिकार प्रभावित हो रहा है।
करहल थाना क्षेत्र के ग्राम राजपुर के ग्रामीणों के अनुसार गांव के करीब 50 से अधिक मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं। जब ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली, तो उनमें रोष फैल गया। कई परिवारों का कहना है कि वे वर्षों से उसी पते पर निवास कर रहे हैं, नियमित रूप से मतदान करते आए हैं, इसके बावजूद अचानक उनका नाम सूची से गायब कर दिया गया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) हेमलता यादव द्वारा मनमाने तरीके से वोट काटे गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि न तो किसी तरह की नोटिस दी गई और न ही किसी प्रकार की व्यक्तिगत जांच की गई। मतदाताओं का दावा है कि वे पूरी तरह पात्र हैं और गांव में स्थायी रूप से निवास कर रहे हैं।
मैनपुरी में महिला ने ससुराल पर लगाए गंभीर आरोप, जान को खतरा, पुलिस क्यों है अभी तक चुप?
वोट कटने की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल तहसील करहल पहुंचा और एसडीएम से मुलाकात कर पूरे मामले की शिकायत की। ग्रामीणों ने प्रशासन के सामने अपनी आपबीती रखते हुए कहा कि यदि समय रहते वोट पुनः नहीं जोड़े गए, तो पंचायत चुनाव में बड़ी संख्या में लोग मतदान से वंचित रह जाएंगे।
मतदाता वीरमा देवी का नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाने के बाद उनके परिजनों ने एसडीएम करहल को लिखित शिकायत दी। शिकायत में कहा गया कि वीरमा देवी लंबे समय से गांव में निवास कर रही हैं और इससे पहले कई चुनावों में मतदान कर चुकी हैं। उन्होंने मांग की कि उनका नाम तत्काल मतदाता सूची में दोबारा जोड़ा जाए।
ग्रामीणों ने इस पूरे प्रकरण में बीएलओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि बिना जांच इस तरह वोट काटे जाएंगे, तो निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया पर सवाल खड़े होंगे। ग्रामीणों ने प्रशासन से पारदर्शी और निष्पक्ष जांच कराने की अपील की है।
इंस्टाग्राम से शुरू हुआ प्यार बना मुसीबत, फोटो वायरल करने की धमकी; मैनपुरी से चौंकाने वाला मामला
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम करहल ने ग्रामीणों को निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है। एसडीएम ने कहा कि वोट कटने से जुड़े सभी मामलों की जांच कराई जाएगी। यदि जांच में किसी भी स्तर पर लापरवाही या अनियमितता पाई जाती है, तो संबंधित बीएलओ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एसडीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि जांच के बाद जिन मतदाताओं को पात्र पाया जाएगा, उनके नाम दोबारा मतदाता सूची में जोड़े जाएंगे। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे घबराएं नहीं और प्रशासन पर भरोसा रखें।
ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन ने उन्हें जल्द न्याय का आश्वासन देकर शांत कराया। फिलहाल जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और प्रशासन का कहना है कि किसी भी पात्र मतदाता के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।