

अर्द्धसैनिक बलों में भर्ती का झांसा देकर युवकों से ठगी करने वाले गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को एसटीएफ ने फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया। बरामद हुए कई फर्जी दस्तावेज और नकली मुहरें। युवकों को ऐसे ठगों से सावधान रहने की सख्त सलाह दी गई है।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
Firozabad: अर्द्धसैनिक बलों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गैंग के दो सक्रिय सदस्यों को एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स), उत्तर प्रदेश ने फर्जी दस्तावेजों और कूटरचित मुहरों सहित गिरफ्तार किया है। ये दोनों आरोपी स्थानीय युवकों को सशस्त्र बलों में भर्ती कराने के बहाने लाखों रुपये ठगते थे। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से 47 फर्जी प्रपत्र, दो मोबाइल फोन, दो नकली मुहरें, दो ब्लैक चेक और ₹1030 नकद बरामद हुए हैं।
एसटीएफ की टीम ने देर रात 15 अक्टूबर को गढ़ी चौराहा, थाना नसीरपुर, जनपद फिरोजाबाद में यह कार्रवाई की। एसटीएफ आगरा के अपर पुलिस अधीक्षक राकेश के पर्यवेक्षण में चल रही इस जांच में अभियुक्तों की सक्रियता और ठगी की पूरी साजिश सामने आई है। आरोपी प्रदीप कुमार पुत्र लायक सिंह और चन्द्रवीर उर्फ छोटे पुत्र बृहमदेव नसीरपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं।
एसटीएफ की पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वे आसपास के ग्रामीण युवकों से सशस्त्र बलों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर भारी रकम वसूलते थे। इसके लिए वे पहले से भर्ती हो चुके युवकों के ऑनलाइन ज्वाइनिंग लेटर को डाउनलोड करते थे। फिर स्थानीय कंप्यूटर सेंटरों की मदद से उन दस्तावेजों को एडिट करके फर्जी ज्वाइनिंग लेटर तैयार करते थे। इन फर्जी दस्तावेजों को युवकों को सौंप दिया जाता था।
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युवक जब अपने दस्तावेज लेकर भर्ती केंद्र जाते, तो उन्हें पता चलता कि उनके दस्तावेज नकली हैं। लेकिन चूंकि उनके पास फर्जी ज्वाइनिंग लेटर होता है, इसलिए वे पुलिस में शिकायत करने से डरते थे। यह गैंग इस तरह का झांसा देकर कई ग्रामीण युवकों को लाखों रुपये की ठगी करता था।
इस पूरे नेटवर्क में बृजभूषण सिंह (पूर्व फौजी), सोनू और दशरथ सिंह भी शामिल हैं, जो इस गिरोह के सहयोगी बताए जा रहे हैं।
एसटीएफ ने इस गिरोह के खिलाफ लंबे समय से सूचना संग्रह और जांच कर रही थी। 14-15 अक्टूबर की दरम्यानी रात फिरोजाबाद के थाना नसीरपुर क्षेत्र में टीम ने सक्रिय अभियान चलाया। शिकायतकर्ता की सूचना के आधार पर पुलिस ने गैंग के दो सक्रिय सदस्यों को पकड़ा। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से फर्जी दस्तावेज, नकली मुहरें, मोबाइल फोन और नकदी बरामद की गई।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
फिरोजाबाद पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए अभियुक्तों के खिलाफ धारा 318(4), 338, 336(3) और 340(2) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई जारी है और अन्य वांछित साथियों की गिरफ्तारी के प्रयास भी तेज कर दिए गए हैं।
एसटीएफ ने ग्रामीण युवकों और अभिभावकों को सतर्क रहने की सलाह दी है कि वे किसी भी अर्द्धसैनिक बलों में नौकरी दिलाने वाले एजेंट या मध्यस्थ के झांसे में न आएं। केवल आधिकारिक वेबसाइट या सरकारी भर्ती केंद्रों से ही भर्ती संबंधी जानकारी लें। नौकरी के नाम पर किसी से भी पैसों का लेन-देन न करें।
अर्द्धसैनिक बलों में भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और आधिकारिक होती है। भर्ती के लिए निर्धारित योग्यता, ऑनलाइन आवेदन, लिखित परीक्षा, फिजिकल टेस्ट और इंटरव्यू होते हैं। कोई भी नौकरी तुरंत या बिना आधिकारिक प्रक्रिया के नहीं मिलती।