

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले यात्रियों को अब अपनी जेब ढीली करनी होगी। 31 जुलाई की रात 12 बजे से भगवानपुर टोल प्लाजा पर टोल टैक्स लागू हो जाएगा। यह नियम गोरखपुर से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के चौदह परास टोल तक के लिए मान्य होगा।
टोल प्लाजा (Img: Google)
Gorakhpur: गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वालों के लिए महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। आज रात 12 बजे से भगवानपुर टोल प्लाजा पर टोल टैक्स लागू हो जाएगा। यह टोल टैक्स भगवानपुर से चौदह परास पूर्वांचल टोल प्लाजा तक के सफर के लिए वसूला जाएगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है। यात्रियों को अब इस मार्ग पर यात्रा के लिए अपनी जेब ढीली करनी होगी और भुगतान ऑनलाइन या FASTag के माध्यम से करना अनिवार्य होगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, दुपहिया वाहन (बाइक) और ऑटो से सिंगल यात्रा के लिए 140 रुपये और रिटर्न यात्रा के लिए 230 रुपये टोल टैक्स का भुगतान करना होगा। जबकि कार, जीप और वैन के सिंगल यात्रा के लिए 285 रुपये और रिटर्न यात्रा के लिए 455 रुपये टोल टैक्स देना होगा। इसके अलावा, मिनी बस के सिंगल यात्रा के लिए 440 रुपये और रिटर्न यात्रा के लिए 705 रुपये देना होगा। यह टोल टैक्स गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की सुविधाओं को बनाए रखने और इसके रखरखाव के लिए लागू किया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ता है, जिससे क्षेत्र में आवागमन तेज और सुगम हुआ है।
दैनिक यात्रा में बढ़ी सुविधा
इस मार्ग ने गोरखपुर, आजमगढ़ और अन्य आसपास के क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाया है, जिससे व्यापार, पर्यटन और दैनिक यात्रा में सुविधा बढ़ी है। हालांकि, टोल टैक्स लागू होने की खबर से कुछ स्थानीय लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही है। कई का मानना है कि यह अतिरिक्त खर्च उनकी जेब पर भारी पड़ेगा। वहीं, कुछ लोग इसे सड़क की बेहतर सुविधाओं और रखरखाव के लिए जरूरी मान रहे हैं।
FASTag अनिवार्य
UPEIDA ने स्पष्ट किया है कि FASTag के उपयोग से टोल प्लाजा पर रुकने का समय कम होगा और यात्रा और सुगम होगी। यात्रियों से अपील की गई है कि वे अपने वाहनों में FASTag सुनिश्चित करें, क्योंकि नकद भुगतान की सुविधा सीमित होगी। टोल टैक्स लागू होने से पहले अपने FASTag खाते में पर्याप्त बैलेंस रखना भी जरूरी है। यह कदम डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने और टोल संग्रह प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने की दिशा में उठाया गया है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स लागू होने से क्षेत्र में यातायात व्यवस्था और आर्थिक गतिविधियों पर भी असर पड़ने की संभावना है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय टोल टैक्स की लागत को ध्यान में रखें।