

यूपी एसटीएफ ने हैंडीकैप्ड कैंडिडेट्स को नियम विरूद्ध तरीके से स्क्राइबर/लेखक उपलब्ध कराकर नकल कराने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है।
हैंडीकैप्ड कैंडिडेट्स को नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़
Noida: यूपी एसटीएफ ने CGLपरीक्षा में हैंडीकैप्ड कैंडिडेट्स को नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। एसटीएफ ने सरगना समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ ने आरोपियों की गिरफ्तारी शुक्रवार को नोएडा से की। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान निम्न के रूप में हुई है-
1-सागर पाण्डेय पुत्र गंगाधर पाण्डेय निवासी सी-2/608 महेशगार्ड लाइन 15बी बटालियन इन्दौर म०प्र० (गैंग लीडर)
2-विराट कुमार पुत्र चन्द्रेश्वर दास निवासी ग्राम विटण्डीपुर, थाना जनदाहा, वैशाली बिहार।
3- दुर्गेश कुमार पुत्र सुग्रीव प्रसाद निवासी बिरना, अमरा, थाना धानापुर चन्दौली।
4-जय प्रकाश मौर्या पुत्र राधेश्याम मौर्या निवासी करनपुर थाना देहात कोतवाली मीरजापुर।
5-चेतन शर्मा पुत्र राजेन्द्र कुमार शर्मा निवासी 89 शिवराम कालोनी, लीम्बोदी, थाना तेजाजी नगर
इन्दौर। म०प्र० (स्क्राइबर / साल्वर) शिक्षा-बीटेक
6-बसन्ती लाल कुमावत पुत्र कारूलाल कुमावत ग्राम गॉवलोध, थाना नाहरगढ़, मन्सौर म०प्र० । (स्क्राइबर / साल्वर) शिक्षा-बीटेक
7-रोहित कुमार सिंह पुत्र स्व० रघुनाथ सिंह निवासी गोविन्दपुरम जनपद-गाजियाबाद। (आदर्श परीक्षा केन्द्र का सेण्टर हेड एवं इनोवेटिव व्यू कम्पनी का कर्मचारी)
8-नरेन्द्र सिंह पुत्र बाबू सिंह निवासी मदनपुर खादर, थाना सरिता बिहार, नई दिल्ली। (आदर्श परीक्षा केन्द्र का मैनेजर एवं इनोवेटिव व्यू कम्पनी का कर्मचारी)
9-अमित कुमार पुत्र जितेन्द्र प्रसाद चौधरी निवासी वार्ड नं0 32, मुगेरीगंज, संस्कार वाटिका के पास बेगुसराय बिहार। (कूटरचित पी०एच० प्रमाण पत्र पर परीक्षा देने वाला)
10- सरवन कुमार पुत्र विमलेश कुमार निवासी ग्राम व थाना गुरसराय, जनपद-झाँसी।
11- शरद यादव पुत्र यशवन्त सिंह ग्राम मुसकुरा, थाना नावाबाद, जनपद झॉसी।
एसटीएफ ने आरोपियों के कब्जे से 16 कूटरचित पीएच मेडिकल प्रमाण पत्र, 13 मोबाईल, 3 निर्वाचन कार्ड, 6 आधार कार्ड, 1 डीएल, 3 पैन कार्ड और 14,75,870 रुपए नकद बरादम किया है।
जानकारी के अनुसार दिनांक 12 सितंबर से 26 सितंबर 2025 तक कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित कम्बाइण्ड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएल) टीयर-1, आन लाईन परीक्षा को नकलविहीन एवं पारदर्शी तरीके से सम्पन्न कराने के लिए एसटीएफ उप्र को निर्देशित किया गया था। जिसके अनुपालन में एसटीएफ की विभिन्न टीमों द्वारा सूचना इकट्ठा की जा रही थी।
इसी क्रम में एसटीएफ की टीम जनपद नोएडा में भ्रमणशील थी। इस दौरान एसटीएफ को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि आदर्श परीक्षा केन्द्र थाना क्षेत्र फेस-02, नोएडा में सीजीएल परीक्षा-2025 प्रचलित है, जहाँ पर पीएच कैण्डिडेटों को गैर कानूनी तरीके से लेखक (स्क्राइबर) उपलब्ध कराया जा रहा है।
प्रचलित परीक्षा ग्रेजुएट लेवल की है, जिसमें नियमानुसार कमीशन द्वारा पीएच कैण्डिडेट को लेखक उपलब्ध कराया जाता है। विशेष परिस्थिति में कैण्डिडेट स्वयं भी अपना लेखक ला सकता है, जिसके गहन परीक्षण के बाद ही उसे बतौर लेखक अनुमति प्रदान की जाती है। प्रचलित परीक्षा ग्रेजुएट लेबल की होने के कारण नियमानुसार लेखक एक लेवल नीचे का हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक गैंग ने परीक्षा केन्द्र के कर्मियों से साठगाँठ कर बीटेक और उससे उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त लेखकों को अनाधिकृत तरीके से परीक्षा केन्द्र में प्रवेश कराकर बतौर साल्वर कैण्डिडेट के साथ बैठाकर प्रश्नपत्र हल कराया जा रहा है। गैंग के लोग इसके बदले में कैण्डिडेट से एक से दो लाख रूपये की वसूली भी कर रहे है, जिसमें परीक्षा केन्द्र में मौजूद कर्मिचारियों की भी हिस्सेदारी है।
मुखबिर ने बताया कि गैंग का सरगना सागर पाण्डेय अपने साथियों के साथ गौर सिटी टावर डी1 के द्वित्तीय तल पर मौजूद है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम ने उक्त स्थान पर पहुँचकर सागर पाण्डेय सहित 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। जिनके निशादेही पर शेष अन्य व्यक्तियों की गिरफ्तारी कर उपरोक्त बरामदगी की गयी।
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सरगना सागर पाण्डेय ने पूछताछ में बताया कि उसका एक गिरोह है, जो आन लाइन/आफ लाइन परीक्षा केन्द्रों के कर्मचारियों अथवा प्रतियोगी परीक्षा संचालित कराने वाली संस्था के कर्मचारियों से सांठगाठ करके प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान परीक्षा केन्द्रों में अनाधिकृत साल्वरों को प्रवेश कराकर कैण्डिडेट के प्रश्नपत्र को हल कराकर उनसे मोटी रकम की वसूली करता है।
उसने बताया कि इस कम्पनी के कर्मचारी रोहित कुमार व नरेन्द्र से सांठगांठ कर पीएच कैण्डिडेट के लिए साल्वर मेरे द्वारा उपलब्ध कराया गया।रोहित परीक्षा केन्द्र का सेन्टर हेड है एवं नरेन्द्र असिस्टेण्ट मैनेजर है। जिसकी मदद से ही अनाधिकृत तरीके से साल्वर परीक्षा केन्द्र में प्रवेश कर पीएच कैण्डिडेट का पेपर हल करते है।
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स्क्राइबर के तौर पर बीटेक, एमएससी, बीएससी पास युवको को ही परीक्षा में सम्मिलित कराते है जो प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्नपत्र हल करने में सक्षम हो। जिसके एवज में उनको एक घण्टे की परीक्षा के लिए रू10,000/- देते है तथा कैण्डिडेट से साल्वर उपलब्ध कराने के नाम पर एक से दो लाख प्राप्त करते है।
पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ विरूद्ध थाना फेज-02, जनपद नोएडा में संबंधित धाराओं में मु०अ०सं० 465/2025 धारा 318(4), 340(2), 112 (2) बीएनएस, में मामला दर्ज किया है।