

मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में चोरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। कासमपुर कॉलोनी में नाकाबपोश टोपी पहने चोरों ने एक परचून की दुकान और गोदाम का ताला तोड़कर लाखों रुपये का सामान और नगदी चोरी कर ली। पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।
घटनास्थल पर जमा हुए लोग
Meerut: कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र की कासमपुर कॉलोनी में बीती रात एक बड़ी चोरी की घटना सामने आई है, जहां तीन नाकाबपोश टोपी पहने चोरों ने एक परचून की दुकान और उससे सटे गोदाम का ताला तोड़कर लाखों रुपये की चोरी को अंजाम दिया। चोरी की यह वारदात इलाके में दहशत का कारण बन गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, कासमपुर बाजार में रहने वाले और पूर्व व्यापार संघ के कोषाध्यक्ष सचिन मित्तल पुत्र स्व. लालचंद मित्तल की मुख्य बाजार में परचून की दुकान और गोदाम है। रोज की तरह सोमवार रात उन्होंने अपनी दुकान और गोदाम को ताले लगाकर बंद किया था। लेकिन देर रात करीब 3:00 बजे के आसपास तीन बाइक सवार चोर घटनास्थल पर पहुंचे। सभी के चेहरे नकाब से ढंके हुए थे और उन्होंने टोपी पहन रखी थी जिससे उनकी पहचान मुश्किल हो गई।
चोरों ने उड़ाया लाखों का सामान
चोरों ने पहले दुकान और फिर गोदाम के ताले तोड़े और भीतर घुसकर गल्ले में रखे 55,000 रुपये नकद के अलावा भारी मात्रा में सामान समेट लिया। चोरी किए गए सामान में दो पेटी देसी घी, 10 पेटी रिफाइंड तेल, 8 पेटी सरसों तेल की बोतलें, 22 किलो ड्राई फ्रूट्स, चॉकलेट, बीड़ी और सिगरेट के कई पैकेट शामिल हैं। ये सभी सामान उन्होंने पिन्नी के कट्टों में भरकर बाइक पर लादा और फरार हो गए।
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
चोरी की पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है। मंगलवार सुबह जब सचिन मित्तल और उनकी पत्नी निशा मित्तल दुकान खोलने पहुंचे तो टूटे ताले और खाली गल्ला देखकर उनके होश उड़ गए। तुरंत ही उन्होंने इसकी सूचना कंकरखेड़ा थाना पुलिस को दी।
व्यापारियों में आक्रोश
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर चोरों की पहचान की कोशिश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही चोरों की गिरफ्तारी की जाएगी। वहीं व्यापारियों में इस घटना को लेकर रोष व्याप्त है और उन्होंने बाजार की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में पुलिस गश्त न के बराबर होती है, जिससे चोरों के हौसले बुलंद हो गए हैं। पीड़ित व्यापारी ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।