महिला बंदीगृह का औचक निरीक्षण, अपर्णा यादव ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा

अपर्णा यादव और महिला आयोग की सदस्य अर्चना पटेल ने जालौन में महिला बंदीगृह का अचानक निरीक्षण किया। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़िये पूरी खबर

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 17 June 2025, 5:55 PM IST
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जालौन: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष (उपमंत्री स्तर) अपर्णा यादव और महिला आयोग की सदस्य अर्चना पटेल ने जिला कारागार के महिला बंदीगृह का अचानक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने महिला बंदियों के रहन-सहन, सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन और कानूनी सहायता से संबंधित व्यवस्थाओं का गहनता से अवलोकन किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, निरीक्षण के दौरान उन्होंने जेल प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए कि महिला बंदियों के साथ मानवीय व्यवहार किया जाए और उन्हें जेल नियमावली के अनुसार सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।

जेल अधिकारियों को दिया निर्देश

अपर्णा यादव ने विशेष रूप से उन बंदियों पर ध्यान दिया, जो कानूनी जानकारी के अभाव में जेल में बंद हैं। उन्होंने जेल अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसी बंदियों के लिए तत्काल निःशुल्क विधिक सहायता सुनिश्चित की जाए, ताकि उन्हें न्याय प्राप्त करने में मदद मिल सके।

इसके अलावा, उन्होंने जेल परिसर में साफ-सफाई, स्वास्थ्य सुविधाओं और बच्चों के साथ रह रही महिला बंदियों की देखभाल और पोषण व्यवस्था की भी विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने जोर देकर कहा कि बंदियों के सुधार और पुनर्वास के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उन्हें अवश्य मिलना चाहिए।

लापरवाही पर होगी कार्रवाई

महिला बंदीगृह की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए श्रीमती यादव ने अधिकारियों को आगाह किया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सुरक्षा इंतजामों को और सुदृढ़ करने के लिए कड़े निर्देश दिए और कहा कि लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान जेल परिसर में मौजूद सुविधाओं, जैसे खानपान की गुणवत्ता, चिकित्सा सुविधाएं और स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान दिया गया।

जेल प्रशासन को दिए सुझाव

अपर्णा यादव ने यह भी सुनिश्चित किया कि जेल में बंद महिलाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। उन्होंने जेल प्रशासन को सुझाव दिया कि बंदियों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण और शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, ताकि वे जेल से बाहर निकलने के बाद आत्मनिर्भर बन सकें।

निरीक्षण के दौरान ये रहे मौजूद

इस अवसर पर जेल अधीक्षक नीरज देव, प्रोबेशन अधिकारी अमरेंद्र और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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