Codeine Syrup Racket Exposed: अवैध कफ सिरप नेटवर्क पर UP पुलिस का एक्शन, DGP राजीव कृष्ण ने दी बड़ी जानकारी

प्रदेश में अवैध कोडीन कफ सिरप की तस्करी को लेकर यूपी पुलिस ने बड़ा अभियान चलाया है। रविवार को डीजीपी राजीव कृष्ण ने लखनऊ में प्रेस वार्ता कर पूरे ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 8 December 2025, 6:57 PM IST
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Lucknow: प्रदेश में अवैध कोडीन कफ सिरप की तस्करी को लेकर यूपी पुलिस ने बड़ा अभियान चलाया है। रविवार को डीजीपी राजीव कृष्ण ने लखनऊ में प्रेस वार्ता कर पूरे ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ड्रग माफिया के खिलाफ यह संयुक्त कार्रवाई प्रदेश में बढ़ते नशा व्यापार को रोकने के लिए बेहद जरूरी थी।

FSDA के साथ मिलकर चलाया गया बड़ा अभियान

डीजीपी ने बताया कि यह ऑपरेशन FSDA (फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) के साथ मिलकर संचालित किया जा रहा है। जांच में सामने आया है कि अवैध कफ सिरप की सप्लाई नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है। यूपी पुलिस लगातार दूसरे प्रदेशों से मिले इनपुट पर भी काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कोडीन आधारित कफ सिरप का दुरुपयोग नशे के रूप में तेजी से बढ़ रहा है, जिसके चलते इस नेटवर्क को ध्वस्त करना बेहद आवश्यक था।

कई राज्यों में जुड़े मिले नेटवर्क के लिंक

डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि जांच में सोनभद्र, रांची और गाजियाबाद से बड़े स्तर पर कनेक्शन सामने आए हैं। सोनभद्र में एक ट्रक और गाजियाबाद में चार ट्रक कोडीन युक्त कफ सिरप पकड़ा गया है।उन्होंने स्पष्ट किया कि मध्य प्रदेश में पकड़े गए सिरप का इस अवैध नेटवर्क से सीधा कनेक्शन नहीं मिला है, लेकिन वहां से मिले इनपुट के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।

Case of illegal codeine cough syrup

अवैध कोडीन कफ सिरप का मामला

128 FIR दर्ज, 32 आरोपी गिरफ्तार

डीजीपी ने बताया कि अब तक इस मामले में 128 FIR दर्ज हो चुकी हैं। 5 प्रमुख स्टॉकिस्ट में से 3 की गिरफ्तारी हो चुकी है। कुल मिलाकर 32 अभियुक्त गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मुख्य आरोपियों में सौरभ त्यागी, भोला जायसवाल और विभोर राणा की गिरफ्तारी भी शामिल है। इनके पास से बड़े पैमाने पर कफ सिरप की अवैध सप्लाई के दस्तावेज और जानकारी मिली है।

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40 जिलों के थोक विक्रेताओं की जांच जारी

डीजीपी ने बताया कि प्रदेश के 40 जिलों में थोक दवा विक्रेताओं के लाइसेंस, स्टॉक और खरीद-बिक्री की जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कौन-कौन इस अवैध नेटवर्क में शामिल है। उन्होंने कहा कि अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक पूरे नेटवर्क को तोड़ नहीं दिया जाता। ड्रग माफिया पर यूपी पुलिस की कार्रवाई आगे और तेज की जाएगी। डीजीपी की प्रेस वार्ता के बाद स्पष्ट है कि यूपी पुलिस नशा माफिया पर शिकंजा कसने के लिए पूरी ताकत से काम कर रही है। सरकार का लक्ष्य है कि राज्य को ड्रग-फ्री बनाने में किसी भी तरह की ढिलाई न बरती जाए।

 

Location : 
  • Lucknow

Published : 
  • 8 December 2025, 6:57 PM IST