गाजियाबाद में बड़ा खुलासा: 7 लाख की रोज बिक्री, कफ सिरप पर नशेड़ियों की नजर

सर्दी के मौसम ने कफ सिरप की मांग अचानक बढ़ा दी है लेकिन इसमें सबसे बड़ा खतरा यह है। खांसी के मरीजों से ज्यादा कफ सिरप अब नशेड़ी गटक रहे हैं। दुकानों पर कोडिनयुक्त सिरप बिना रोक-टोक बिक रहा है। मेडिकल स्टोर से बड़ी मात्रा में सिरप की अवैध सप्लाई और तस्करी का नेटवर्क भी सावालों के घेरे में है।

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 8 December 2025, 2:47 PM IST
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Ghaziabad: गाजियाबाद में तीन नवंबर को पुलिस ने साढ़े तीन करोड़ रुपये का कफ सिरप बांग्लादेश तस्करी के लिए भेजने के आरोप में आठ लोगों को पकड़ा था। लेकिन इस नेटवर्क के स्थानीय संचालकों, सप्लायर, ट्रांसपोर्टर और मददगारों तक पहुंचने में गाजियाबाद पुलिस धीमी साबित हुई। दूसरी तरफ ठंड शुरू होते ही कफ सिरप की खरीददारी में लागतार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। दुकानों पर कोडिनयुक्त सिरप बिना रोक-टोक बिक रहा है।

नशेड़ियों के बीच बढ़ी खपत

मेडिकल स्टोर से बड़ी मात्रा में सिरप की अवैध सप्लाई और तस्करी का नेटवर्क भी सावालों के घेरे में है। करारी, भरवारी, सिराथू, पश्चिम शरीरा और सरायआकिल जैसे कई कस्बों में कफ सिरप की खपत तेज हो गई है। नशेड़ी लोग सस्ती डोज के लिए एक बार में 2-3 शीशियां तक पी जाते हैं। सबसे खतरनाक बात यह है कि सिरप पीने से मुंह से बदबू नहीं आती। इसलिए इसकी लत पकड़ में नहीं आती।

7 लाख की रोज बिक्री

जिले में हर दिन लगभग 7 लाख रुपये की कफ सिरप बिक्री हो रही है। मेडिकल स्टोर भी इन्हें आसानी से बेच देते हैं। क्योंकि हर शीशी 15-20 रुपये का मुनाफा हो जाता है। कोरेक्स-डीएक्स, बेनाड्रिल, फेंसाड्रिल, कफेक्स, एस्कोरिल जैसी सिरप में कोडिन या एल्कोहल मिला होता है। जिसका गलत इस्तेमाल सीधे नशे में तब्दील हो जाता है।

डॉक्टरों की चेतावनी

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. सुएब अंसारी ने एक मीडियाकर्मी से बातचीत करते हुए बताया कि कोडिनयुक्त दवाएं नॉरकोटिक्स में आती हैं। इनकी डोज केवल डॉक्टर तय कर सकते हैं। बिना सलाह सेवन बेहद खतरनाक है। ज्यादा डोज याददाश्त कमजोर कर सकती है

कानूनी नियम क्या कहते हैं?

डॉक्टरों के पर्चे के बिना कोडिनयुक्त सिरप, ट्रामाडोल, अल्प्राजोलम, क्लोनाजेपॉम, डाइजापॉम, निट्राजेपॉम, पेंटाजोसिन जैसी दवाओं की बिक्री पर प्रतिबंधित है।फिर भी कई दुकानों पर ये आसानी से मिल जाती है। मौसम बदलने के चलते अस्पतालों में दिल से जुड़ी परेशानियों के मरीज भी बढ़ रहे हैं। रोजाना 70-80 मरीज हाई बीपी और सीने में दबाव की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं।

फार्मास्युटिकल विभाग की चेतावनी

फार्मास्युटिकल विभाग माधुरी सिंह का ने बताया कि प्रतिबंधित कफ सिरप बेचने वालों की जांच चल रही है। पकड़े जाने पर लाइसेंस रद्द कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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  • Ghaziabad

Published : 
  • 8 December 2025, 2:47 PM IST