

सुल्तानपुर में त्योहारों के मद्देनज़र पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड में है। CCTV कैमरों की तैनाती तेज़ी से हो रही है, जिससे स्टंटबाज़ी, छेड़छाड़ और अपराधों पर निगरानी रखी जा सके। व्यापारियों ने पहल की सराहना की।
सुल्तानपुर में त्योहारों को लेकर अलर्ट मोड पर पुलिस (सोर्स- इंटरनेट)
Sultanpur: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में आगामी त्योहारों को शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह के नेतृत्व में नगर क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के उद्देश्य से तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरे की तैनाती तेज़ी से की जा रही है।
एसपी और अपर पुलिस अधीक्षक के निगरानी में चलाया गया अभियान
बता दें कि एसपी के निर्देश और अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह की निगरानी में यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में नगर कोतवाल धीरज कुमार की अगुवाई में पुलिस टीम ने योजना पर अमल शुरू कर दिया है।
शाहगंज चौकी इंचार्ज राकेश ओझा की मौजूदगी में चौराहों पर कैमरे लगवाने का काम युद्धस्तर पर जारी है।
हर चौराहे पर तीसरी आंख
शहर के प्रमुख चौराहों को अब कैमरे की निगरानी में लाया जा रहा है। इन कैमरों की मदद से पुलिस देर रात तक बाइक ट्रिपिंग करने वालों, तेज रफ्तार वाहनों पर स्टंट करने वालों, महिलाओं व स्कूल जाती बच्चियों का पीछा करने या छेड़छाड़ करने वालों पर नज़र रखेगी।
एसपी के स्पष्ट निर्देश
एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी हाल में शहर का माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ऐसे हर असामाजिक तत्व पर पैनी नज़र रखेगी और ज़रूरत पड़ी तो कठोर कार्रवाई भी करेगी।
व्यापारियों में सुरक्षा की भावना
इस नई पहल से शहर के व्यापारी वर्ग में भी सुरक्षा की भावना जगी है। बाजारों में बढ़ती भीड़ और अपराधों की आशंका को देखते हुए व्यापारी समाज ने पुलिस की इस तैयारी का खुले दिल से स्वागत किया है।
पुलिस प्रशासन की सराहना
स्वर्णकार समाज अध्यक्ष राजकुमार सोनी, सराफा व्यापार मंडल अध्यक्ष देवी प्रसाद सोनी, किराना व्यापार मंडल अध्यक्ष आलोक सागर, व्यापारी नेता आनंद पांडेय, हिमांशु मालवीय, विजय प्रधान, आयुष मिश्रा, चेतन आशीष तिवारी एडवोकेट, विपिन कुमार सिंह, राजदेव शुक्ल और गोपाल अग्रहरि ने पुलिस प्रशासन की पहल की सराहना की है।
अभियान का उद्देश्य
1. त्योहारों में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाना
2. महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना
3. स्टंटबाज़ी, बाइक ट्रिपिंग पर नियंत्रण
4. अपराधियों की गतिविधियों पर डिजिटल निगरानी
5. शहर के नागरिकों को सुरक्षित माहौल देना