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मैनपुरी में एक सैनिक को अपने परिवार को पुलिस द्वारा परेशान करने पर छुट्टी लेकर अपने घर आने को मजबूर कर दिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मैनपुरी: जिले के कुरावली थाना क्षेत्र से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। जिसने यूपी पुलिस की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, जहां एक ओर योगी सरकार की पुलिस अपराधियों और माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए जानी जाती है, वहीं मैनपुरी की पुलिस छोटे-छोटे मामलों में भी आम नागरिकों को परेशान करने से नहीं चूक रही है।
एसपीजी इंस्पेक्टर को लेनी पड़ी छुट्टी
कुरावली थाना क्षेत्र के गांव अकबरपुर झाला निवासी कुलदीप सिंह, जो कि दिल्ली में एसपीजी (विशेष सुरक्षा समूह) में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं, बुधवार को अपनी वर्दी में मैनपुरी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। उन्होंने अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल मिठास को एक शिकायती पत्र सौंपते हुए कहा कि उनके गांव के कुछ लोग, विशेषकर ग्राम प्रधान की शह पर स्थानीय पुलिस उनके परिवार को लगातार प्रताड़ित कर रही है। यह स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि उन्हें ड्यूटी से छुट्टी लेकर घर आना पड़ा।
गांव के प्रधान पर मिलीभगत का आरोप
इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने आरोप लगाया कि गांव के प्रधान के प्रभाव में आकर पुलिस उनके परिवार को झूठे मामलों में फंसा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मी उनके घर में जबरन घुसकर महिलाओं से बदतमीजी करते हैं, गाली-गलौज और मारपीट करते हैं। कई बार थाना कुरावली में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
छोटे भाई के साथ मारपीट
शिकायत में कुलदीप सिंह ने यह भी बताया कि उनका छोटा भाई बुधवार को ग्रेजुएशन की परीक्षा देने के लिए जा रहा था। तभी रास्ते में एक बिना नंबर की काली गाड़ी में सवार पुलिसकर्मियों ने उसे जबरन गाड़ी में डाल लिया और बेरहमी से मारपीट की। इस घटना में उसके शरीर पर चोटें भी आई हैं। कुलदीप सिंह ने दावा किया कि यह पूरी घटना ग्राम प्रधान के इशारे पर करवाई गई।
पुलिस प्रशासन ने दिया जांच का भरोसा
पूरा मामला सामने आने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल मिठास ने पीड़ित सैनिक को निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच कराई जाएगी और यदि पुलिसकर्मी दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।