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समाजवादी पार्टी की मैनपुरी सांसद डिंपल यादव के खिलाफ मौलाना साजिद रशीदी की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी पर बवाल बढ़ता जा रहा है। इस बयान को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने मैनपुरी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और मौलाना के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की।
सपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश
Mainpuri News: समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को मैनपुरी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा। उन्होंने पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि मौलाना साजिद रशीदी द्वारा सांसद डिंपल यादव के खिलाफ की गई टिप्पणी अत्यंत आपत्तिजनक, अमर्यादित और महिलाओं का अपमान करने वाली है। सपा नेताओं ने मांग की कि मौलाना के खिलाफ तत्काल FIR दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाए।
सख्त कार्रवाई की मांग
सपा नेताओं ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मौलाना साजिद रशीदी ने जो भाषा इस्तेमाल की है, वह न सिर्फ सांसद डिंपल यादव के लिए अपमानजनक है, बल्कि पूरे महिला समाज का अपमान है। मैनपुरी सपा जिला अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से कहा कि हम इस तरह की मानसिकता और बयानबाज़ी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। मौलाना के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
कार्यवाही न होने पर आंदोलन की चेतावनी
सपा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द से जल्द मौलाना के खिलाफ कानूनी कार्यवाही नहीं होती, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। इसमें धरना-प्रदर्शन से लेकर जनांदोलन तक की रणनीति पर विचार किया जा रहा है। सपा जिला उपाध्यक्ष ने कहा कि यदि पुलिस प्रशासन ने इस गंभीर मामले को हल्के में लिया, तो हम सड़क पर उतरकर विरोध दर्ज कराएंगे। यह केवल डिंपल यादव का नहीं, महिलाओं की गरिमा का प्रश्न है।
मौलाना के बयान से राजनीतिक हलकों में भी हलचल
डिंपल यादव पर की गई टिप्पणी ने सिर्फ सपा कार्यकर्ताओं को ही नहीं, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक हलकों में भी आक्रोश पैदा कर दिया है। मौलाना साजिद रशीदी के खिलाफ विभिन्न वर्गों से निंदा के स्वर उठने लगे हैं। महिला संगठनों ने भी इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
सपा नेताओं ने की अपील
सपा नेताओं ने यह भी अपील की कि इस मामले को राजनीतिक चश्मे से देखने के बजाय महिलाओं के सम्मान और गरिमा से जोड़कर देखा जाए। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति सार्वजनिक मंच से इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी करता है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, चाहे वह किसी भी धर्म या समुदाय से हो।
प्रशासन की भूमिका पर भी उठे सवाल
सपा नेताओं ने यह भी सवाल उठाया कि जब ऐसी अशोभनीय टिप्पणियां सार्वजनिक रूप से वायरल हो रही हैं, तो प्रशासन अभी तक मूकदर्शक क्यों बना हुआ है? उन्होंने कहा कि पुलिस को स्वतः संज्ञान लेकर पहले ही FIR दर्ज करनी चाहिए थी।