

सोनभद्र में समाजवादी पार्टी ने जर्जर सड़कों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी है कि सड़क मरम्मत न होने पर बड़ा आंदोलन होगा।
समाजवादी पार्टी का प्रदर्शन
Sonbhadra: सोनभद्र जनपद में जर्जर हो चुकी सड़कों को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) का विरोध तेज हो गया है। रॉबर्ट्सगंज क्षेत्र के उरमौरा से चण्डी होटल तक की सर्विस लेन की बदहाली पर नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर प्रशासन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। पार्टी नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर सड़क मरम्मत का कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे बड़े स्तर पर जनआंदोलन और चक्का जाम करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह सड़क अब जनता के लिए जानलेवा बन चुकी है। इस सड़क पर दोपहिया और चौपहिया वाहनों के लिए चलना जोखिम भरा हो गया है। हाल ही में अजय भारती नामक युवक अपनी मां को अस्पताल ले जाते समय इसी सड़क पर गिर गए, जिससे उन्हें सिर और नाक में गंभीर चोटें आईं। कुछ समय पहले एक सरकारी रोडवेज बस से टकराकर एक बाइक सवार की मौत भी हो चुकी है। स्कूली बच्चे भी टेम्पो से गिरकर घायल हो चुके हैं। इसके बावजूद प्रशासन और जिम्मेदार विभाग आंखें मूंदे बैठे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि इस समस्या को लेकर कई बार जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। यहां तक कि जिस कंपनी उपसा कंपनी को इस सड़क की मरम्मत का जिम्मा सौंपा गया है, उसे भी ज्ञापन दिया गया लेकिन कोई पहल नहीं की गई। सपा नेताओं ने इसे जनता के साथ अन्याय और प्रशासन की उदासीनता करार दिया है।
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प्रदर्शन के दौरान समाजवादी पार्टी सोनभद्र के जिला सचिव प्रमोद यादव ने बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा- प्रदेश की भाजपा सरकार ने 'गड्ढा मुक्त सड़क' योजना के नाम पर अरबों रुपये खर्च किए, लेकिन हमें लगता है कि यह सिर्फ बंदरबांट का खेल है। आज जिस हालत में सोनभद्र की सड़कें हैं, वहां से बच्चे, महिलाएं, एंबुलेंस, और यहां तक कि जनप्रतिनिधि भी गुजरते हैं, लेकिन किसी को फर्क नहीं पड़ता।
सोनभद्र में जर्जर सड़कों को लेकर सपा का हल्लाबोल, एक हफ्ते में सुधार नहीं तो चक्का जाम#SonbhadraNews #SPProtest #RoadSafety @samajwadiparty pic.twitter.com/Mpbl7VqHwM
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 30, 2025
उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, कानपुर में रामलीला मंचन से सीता, राम, लक्ष्मण और हनुमान उतरकर गड्ढा युक्त सड़कों पर आ गए, शायद अब भी सरकार नहीं जागी।
प्रमोद यादव ने कहा कि यहां के भाजपा विधायक और जनप्रतिनिधि खनन में व्यस्त हैं और जनता की मूलभूत समस्याओं से पूरी तरह अनभिज्ञ या उदासीन हैं। उन्होंने तीखे शब्दों में चेतावनी दी कि, 2027 में यही जनता इन नेताओं को लापता कर देगी, जैसे आज ये जनता की समस्याओं से लापता हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि आज अष्टमी का व्रत है और यह देवी की चेतावनी के रूप में लिया जाना चाहिए कि अगर सरकार नहीं जागी, तो भारी जनाक्रोश देखने को मिलेगा।
सपा ने स्पष्ट किया है कि यदि एक सप्ताह के भीतर इस सड़क की मरम्मत शुरू नहीं हुई, तो पार्टी चक्का जाम और बड़ा आंदोलन करेगी। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर लेटकर प्रदर्शन किया और शासन-प्रशासन को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया।
इस प्रदर्शन को स्थानीय नागरिकों का भी समर्थन मिल रहा है। लोगों का कहना है कि वे हर दिन जान जोखिम में डालकर इस रास्ते से आते-जाते हैं। स्कूली बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी प्रभावित हैं, और बारिश के मौसम में यह रास्ता और भी खतरनाक हो जाता है।
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस चेतावनी को गंभीरता से लेगा? या फिर यह आंदोलन भी अन्य आंदोलनों की तरह मौन और अनसुना रह जाएगा? समाजवादी पार्टी ने अब इसे जनता की आवाज बताया है और कहा है कि यह राजनीतिक नहीं, बल्कि जीवन-मरण का सवाल है।
सोनभद्र की सड़कों की बदहाली अब किसी से छिपी नहीं है। जब जनता, विपक्ष और मीडिया एक साथ एक समस्या की ओर संकेत कर रहे हों, तो यह प्रशासन और सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वे तत्काल कदम उठाएं। वरना आने वाले दिनों में सड़कों पर सिर्फ वाहन नहीं, बल्कि जनता का गुस्सा भी दौड़ता दिखाई देगा।