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सोनभद्र के चौना गांव में नमामि गंगे परियोजना का 11 हजार वोल्ट का बिजली का तार टूटकर गिरा जिससे एक किशोर की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे से परिवार और गांव में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बिजली के तार ने ली मासूम की जान
Sonbhadra: जिले के बभनी थाना क्षेत्र के चौना गांव में बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। नमामि गंगे परियोजना का 11 हजार वोल्ट का बिजली का तार टूटकर गिर गया, जिससे 13 वर्षीय किशोर रामप्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई। घटना सुबह लगभग सवा पांच बजे हुई।
जानकारी के अनुसार, रामप्रसाद पुत्र धर्म सिंह का घर उस क्षेत्र में स्थित था, जहां से नमामि गंगे परियोजना का उच्च वोल्टेज वाला बिजली का तार गुजरता था। बुधवार सुबह यह तार अचानक टूटकर घर के पास रखे पुआल (सूखी घास) पर गिर गया। पुआल में आग लग गई और जैसे ही रामप्रसाद घर से बाहर निकला, उसका पैर टूटे हुए तार या उसके संपर्क में आए हिस्से से छू गया। उसे जबरदस्त झटका लगा और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास के लोग घटना की चौंकाने वाली खबर सुनकर तुरंत मौके पर पहुंचे।
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रामप्रसाद कंपोजिट विद्यालय में कक्षा 7 का छात्र था और अपने पिता धर्म सिंह के दो बेटों में छोटा था। उसकी मां फूलमती देवी का निधन लगभग दस वर्ष पहले हो चुका था। परिवार में उसकी मौत ने कोहराम मचा दिया। पिता धर्म सिंह ने तत्काल ग्राम प्रधान दीनदयाल जायसवाल को हादसे की सूचना दी।
परिवार के लोगों ने तुरंत डायल 112 पर कॉल किया और एंबुलेंस की मदद से रामप्रसाद को बभनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पुलिस को सौंपा गया और बभनी पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए दुद्धी भेज दिया।
ग्रामीणों में हड़कंप
ग्रामीणों ने बताया कि बिजली का तार लंबे समय से कमजोर स्थिति में था। यह हादसा एक चेतावनी भी है कि बिजली तारों की नियमित जांच और रखरखाव का अभाव कितने बड़े नुकसान का कारण बन सकता है। हादसे की जानकारी मिलते ही गांव में भय और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। ग्रामीणों ने तुरंत आग बुझाने की कोशिश की और परिवार को सहायता प्रदान की।
पुलिस ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। हादसे के समय तार टूटने का कारण और परियोजना के अधिकारियों की जवाबदेही को भी जांच में शामिल किया जाएगा। पुलिस ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।
गांव के लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि ऐसे उच्च वोल्टेज के तारों के पास सुरक्षा के लिए ऊंचे पिलर, चेतावनी बोर्ड और नियमित निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए। ताकि भविष्य में किसी और बच्चे या ग्रामीण की जान जोखिम में न आए।