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जनसेवा केंद्र संचालक सन्नी की मौत की खबर फैलते ही कंडेरा गांव में आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने शव लेकर दोघट थाने का रुख किया और वहां धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी आरोपियों की गिरफ्तारी और एसपी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। देर रात तक थाने में नारेबाजी और हंगामा जारी रहा।
शव के पास रोते-बिखरते लोग
Baghpat News: बागपत जिले के कंडेरा गांव के रहने वाले जनसेवा केंद्र संचालक सन्नी की रविवार रात को दिल्ली के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। बीते 22 जुलाई को सन्नी को गढ़ी कांगरान गांव के पास कुछ लोगों ने घेरकर पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था। सन्नी की हालत गंभीर थी और वह करीब 70% तक झुलस गया था। मेरठ के अस्पताल से दिल्ली रेफर किए जाने के बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
देर रात तक थाने में नारेबाजी
सन्नी की मौत की खबर फैलते ही कंडेरा गांव में आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने शव लेकर दोघट थाने का रुख किया और वहां धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी आरोपियों की गिरफ्तारी और एसपी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। देर रात तक थाने में नारेबाजी और हंगामा जारी रहा।
शादी के एक साल बाद ही उजड़ गया घर
मृतक सन्नी के पिता वेदपाल ने बताया कि बेटे की शादी एक साल पहले गढ़ी कांगरान गांव की रहने वाली अंकिता से हुई थी। 22 जुलाई को सन्नी बाइक से हरिद्वार जाने के लिए निकला था। लेकिन गढ़ी कांगरान गांव के पास उसे तीन-चार लोगों ने घेर लिया। पहले उसे बेहरमी से पीटा, फिर उसे खींचकर गांव में ले गए और उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। घटना के बाद सन्नी को गंभीर हालत में पहले मेरठ और फिर दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब छह दिन तक मौत से संघर्ष करने के बाद रविवार को उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस ने चार के खिलाफ दर्ज किया केस, गिरफ्तारी अब तक नहीं
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने अंकिता (पत्नी), बेबी, चाचा सुशील और डॉ. अय्यूब के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की। लेकिन अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इसी बात को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने थाने में शव रखकर प्रदर्शन किया और पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए।
पुलिस से तीखी झड़प, धरने पर बैठे ग्रामीण
सीओ बड़ौत विजय कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि 24 घंटे के भीतर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी और अब एफआईआर में हत्या की धारा भी जोड़ी जाएगी। हालांकि, ग्रामीणों ने उनकी बात मानने से इनकार कर दिया और थाने में धरने पर बैठ गए। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक सन्नी के पिता वेदपाल ने कहा, “सन्नी मेरा इकलौता बेटा था। वह गांव में जनसेवा केंद्र चला कर पूरे परिवार का खर्च उठाता था। उसकी शादी एक साल पहले ही हुई थी। हम नहीं जानते थे कि हमारे बेटे की जिंदगी में ऐसा तूफान आने वाला है। अब हमारा सब कुछ खत्म हो गया है।” उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और कहा कि यदि न्याय नहीं मिला तो वे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होंगे।
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
सीओ बड़ौत विजय कुमार ने बताया, “युवक की मौत के बाद मुकदमे में हत्या की धारा जोड़ी जा रही है। सभी आरोपियों की तलाश में टीमें गठित की गई हैं और दबिशें दी जा रही हैं। जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी।”