

क्षेत्र में पुलिस ने कोटेदार के घर छापा मारकर भारी मात्रा में अवैध आतिशबाजी बरामद की है। छापे के दौरान एक अवैध हथियार भी मिला है, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। सूत्रों की मानें तो कई लोग मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स: इंटरनेट)
Farrukhabad: फर्रुखाबाद जिले के कमालगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहनपुर दिनारपुर गांव में सोमवार दोपहर लगभग 3 बजे पुलिस ने एक कोटेदार के घर पर छापा मारा। यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें भारी मात्रा में अवैध आतिशबाजी का भंडारण पकड़ा गया। इसके साथ ही एक अवैध हथियार भी बरामद किया गया है।
सूत्रों की मानें तो छापे के दौरान पुलिस को एक अवैध देसी तमंचा भी मिला, जो किसी बड़ी साजिश की ओर संकेत करता है। हालांकि, फिलहाल पुलिस इस बारे में ज्यादा जानकारी देने से बच रही है। बरामद हथियार को जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को सौंपा जा सकता है।
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स: इंटरनेट)
पुलिस की टीम को कोटेदार के घर से बड़ी मात्रा में पटाखे, बम और अन्य विस्फोटक सामग्री मिली। ये सामग्री बिना किसी लाइसेंस के रखी गई थी, जिससे न केवल कानूनी उल्लंघन हुआ है बल्कि स्थानीय लोगों की जान को भी खतरा था।
कमालगंज थाना प्रभारी राजीव कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि फिलहाल इस मामले में अधिक जानकारी नहीं दी जा सकती, क्योंकि छापेमारी के बाद अभी जांच जारी है। उन्होंने यह जरूर माना कि मामला संवेदनशील है और हर एंगल से जांच की जा रही है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, कुछ प्रभावशाली लोग इस मामले को दबाने की कोशिश में लगे हुए हैं। कहा जा रहा है कि कोटेदार के स्थानीय राजनीतिक संपर्कों की वजह से दबाव बनाया जा रहा है। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे पूरी पारदर्शिता से जांच कर रहे हैं और किसी भी दबाव में नहीं आएंगे।
घटना के बाद दिनारपुर और आस-पास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि अगर ये आतिशबाजी किसी कारणवश फट जाती तो पूरा गांव तबाह हो सकता था। पुलिस की तत्परता ने बड़ी दुर्घटना को टाल दिया।
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पुलिस जल्द ही इस मामले में Explosives Act, Arms Act और आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की तैयारी में है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि ये आतिशबाजी कहां से आई और इसका इस्तेमाल कहां होना था।
दीवाली और अन्य त्योहारों के करीब आते ही इस प्रकार की अवैध आतिशबाजी की घटनाएं बढ़ जाती हैं। यह मामला प्रशासन के लिए भी चेतावनी है कि वह समय रहते सभी दुकानों और गोदामों की जांच कर सुरक्षा सुनिश्चित करे।