

बाराबंकी में जल जीवन मिशन को लेकर ग्रामीणों ने शुरू किया प्रदर्शन। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़िए क्या है वजह
बाराबंकी प्रदर्शन
बाराबंकी: जल जीवन मिशन के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था सुधारने के उद्देश्य से चल रही परियोजनाओं में गड़बड़ियों को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश आखिरकार सड़कों पर नजर आने लगा है। BKU (धर्मेंद्र गुट) और श्रीराम सेवा समिति के नेतृत्व में सोमवार से बाराबंकी के इब्राहिमाबाद में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन की शुरुआत की गई। प्रदर्शनकारी निर्माण कार्यों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ग्रामीणों का आरोप है कि “हर घर नल, हर घर जल” योजना के अंतर्गत जिन गांवों में पाइपलाइन बिछाने, टंकी निर्माण, पंप हाउस, बाउंड्री वॉल और सीसी रोड मरम्मत जैसे कार्य किए जा रहे हैं, उनमें गंभीर अनियमितताएं बरती गई हैं। इब्राहिमाबाद, जमोली, भानपुर, दुल्लापुर, किठैयां, बबुरी, भोरहेमऊ और चौरी जैसे गांवों में घटिया सामग्री का उपयोग कर अधूरी और खराब गुणवत्ता की परियोजनाएं खड़ी कर दी गईं।
स्थानीय ग्रामीणों ने बार-बार जिम्मेदार अधिकारियों को शिकायतें भेजीं, लेकिन किसी भी स्तर पर संज्ञान नहीं लिया गया। आखिरकार, ग्रामीणों के दबाव में जल निगम ग्रामीण बाराबंकी के अधिशासी अभियंता ने अपनी टीम के साथ निरीक्षण किया, जिसमें कई खामियों की पुष्टि भी हुई।
जांच में सामने आया कि इब्राहिमाबाद गांव में पंप हाउस की बाउंड्री वॉल में उपयोग किया गया रद्दा मानक से कम पाया गया। जमोली गांव में घटिया ईंटों का इस्तेमाल और कमजोर प्लास्टर किया गया, जबकि दुल्लापुर में सीसी रोड की मरम्मत मिट्टी पर सीधा पतला लेपन कर के कर दी गई थी।
प्रदर्शनकारियों ने दी चेतावनी
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जिम्मेदार कंपनी और ठेकेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश और बढ़ गया है। धरने में बड़ी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग और युवा शामिल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई और खराब कार्यों की मरम्मत नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसी भी अप्रिय स्थिति के लिए जल निगम और जिला प्रशासन जिम्मेदार होंगे।
धरनास्थल पर पहुंचे जल निगम आधिकारी
धरनास्थल पर पहुंचे जल निगम के अवर अभियंता ने प्रदर्शनकारियों से बात कर समाधान का आश्वासन दिया है। वहीं अधिशासी अभियंता ने भी कहा है कि प्रकरण की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, धरना-प्रदर्शन लगातार जारी है और ग्रामीण अपनी मांगों पर अडिग हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि जल जीवन मिशन जैसी महत्वाकांक्षी योजना में इस तरह की लापरवाही न केवल जनहित के खिलाफ है, बल्कि सरकारी धन की बर्बादी भी है। ऐसे में भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। आने वाले दिनों में यदि कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और व्यापक रूप देने की चेतावनी भी दी गई है।