

आगरा के खंदौली क्षेत्र में सात महीने की गर्भवती महिला संध्या की संदिग्ध हालात में फांसी से लटकता शव मिला। मायकेवालों ने ससुरालियों पर दहेज हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
आगरा में दिल दहला देने वाली घटना
Agra: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से एक दर्दनाक और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। थाना खंदौली क्षेत्र के गांव पैतखेड़ा में एक सात महीने की गर्भवती महिला का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। मृतका की पहचान संध्या के रूप में हुई है, जिसकी शादी करीब डेढ़ वर्ष पूर्व शिवम नामक युवक से हुई थी।
संध्या की मां पूजा ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी बड़े अरमानों से शिवम पुत्र गीतम सिंह निवासी पैतखेड़ा से की थी। लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल पक्ष की असली तस्वीर सामने आने लगी। पति शिवम, ससुर गीतम सिंह, जेठ दिलीप, जिठानी निशा और सास सुकन्या लगातार संध्या को दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे।
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शिकायत में बताया गया है कि ससुराल पक्ष की ओर से बार-बार मोटरसाइकिल की मांग की जा रही थी। जब मायके वाले इस मांग को पूरा नहीं कर पाए, तो संध्या पर दबाव और प्रताड़ना बढ़ गई। उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और कई बार जान से मारने की धमकी भी दी गई।
बुधवार को गांव से यह खबर आई कि संध्या का शव संदिग्ध हालात में घर के अंदर फांसी के फंदे पर लटका मिला है। जैसे ही यह जानकारी संध्या के मायके पक्ष को मिली, वे मौके पर पहुंचे और जोरदार हंगामा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या है, जिसे फांसी का रूप दिया गया है।
मायकेवालों की तहरीर पर पुलिस ने पति शिवम सहित पांच ससुरालियों के खिलाफ धारा 304B (दहेज हत्या), 498A (पति या रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता) और अन्य संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारणों की पुष्टि हो सकेगी, लेकिन फिलहाल यह एक गंभीर मामला है और जांच पूरी गहराई से की जा रही है।
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह मामला केवल एक महिला की मौत का नहीं है, बल्कि उसके गर्भ में पल रही सात महीने की अजन्मी संतान की भी हत्या मानी जा रही है। एक साथ दो जिंदगियों का इस तरह से अंत होना समाज के लिए एक करारी चेतावनी है।