

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने लखनऊ के कुख्यात डी 34 गैंग के तीन अपराधियों को बाराबंकी में अवैध हथियारों की तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया है। अपराधियों के पास से दो पिस्टल, तमंचा, कारतूस और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद हुए। ये अपराधी कई संगठित अपराधों में लिप्त रहे हैं।
गिरफ्तार आरोपी
Lucknow: उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। जनपद लखनऊ में भाड़े पर हत्या करने वाले पंजीकृत गैंग डी 34 शुभम रावत उर्फ मोनू गैंग के तीन कुख्यात अपराधी जनपद बाराबंकी से गिरफ्तार कर लिए गए हैं। ये अपराधी अवैध शस्त्रों की खरीद-फरोख्त करने के लिए बाराबंकी में पहुंचे थे, जहाँ एसटीएफ ने उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
1. अजय यादव उर्फ प्रिंस- निवासी ग्राम गढ़ी संजरखान, थाना मलीहाबाद, लखनऊ।
2. कृष्ण रावत- निवासी ग्राम तेज किशन खेडा, थाना काकोरी, लखनऊ।
3. रामकेश लोधी- निवासी तेज किशन खेडा, थाना काकोरी, लखनऊ।
4. इन सभी अभियुक्तों पर लखनऊ में संगठित अपराध, हत्या, लूट और अवैध शस्त्रों की तस्करी जैसे गंभीर आरोप पहले से दर्ज हैं।
घटना बीते कल यानी 7 अक्टूबर 2025 को शाम 5:50 बजे बाराबंकी के सफेदाबाद क्रासिंग के पास प्राथमिक विद्यालय धमसारी के निकट हुई। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि लखनऊ के कुख्यात गैंग डी 34 के सदस्य, जिनमें कृष्ण रावत और रामकेश लोधी भी शामिल हैं, कुछ समय पहले जेल से छूटने के बाद अपने गैंग के लिए अवैध शस्त्र खरीदने के लिए बाराबंकी आ रहे हैं। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ की एक टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
2 पिस्टल मय मैगजीन (7.65mm टास्क फोर्स)
1 तमंचा 315 बोर
8 जिन्दा कारतूस (7.65mm)
4 मोबाइल फोन
1 पिट्टू बैग
1 हीरो स्प्लेंडर मोटरसाइकिल
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वे लंबे समय से अपराध में लिप्त थे और कई बार जेल जा चुके हैं। इन अपराधियों ने अपने गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर काकोरी में एक पूर्व ब्लॉक प्रमुख के काफिले पर जानलेवा हमला किया था। इस हमले में ब्लॉक प्रमुख तो घायल हो गए थे, लेकिन उनके एक व्यक्ति की हत्या हो गई थी। बाद में पुलिस ने गैंग को पकड़ लिया और उनके पास से कई असलहे भी बरामद किए गए थे।
जेल से बाहर आने के बाद, ये अपराधी लगातार असलहा तस्करों से संपर्क में थे। उन्होंने अपने गैंग के लिए हथियार खरीदने की योजना बनाई थी, जिसके तहत वे बाराबंकी में असलहा खरीदने आए थे।
गिरफ्तार किए गए कृष्ण रावत और रामकेश लोधी के खिलाफ लखनऊ में कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन मामलों में हत्या, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट, और दंगे-फसाद जैसे अपराध शामिल हैं। कृष्ण रावत के खिलाफ लखनऊ के काकोरी थाने में हत्या और हत्या के प्रयास सहित अन्य गंभीर धाराओं में मामले दर्ज हैं। वहीं, रामकेश लोधी पर भी कई गंभीर आरोप हैं, जिसमें धोखाधड़ी, शस्त्र अधिनियम और गैंगस्टर एक्ट जैसे मामले शामिल हैं।
अजय यादव उर्फ प्रिंस भी एक कुख्यात अपराधी है, जो लखनऊ के मलीहाबाद क्षेत्र से संबंध रखता है। उसके खिलाफ भी लूटपाट, हत्या और अन्य गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं।
एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही ने बताया कि यह अभियान संगठित अपराधों और अवैध शस्त्रों की तस्करी के खिलाफ जारी कार्रवाई का हिस्सा है। एसटीएफ की टीम ने अपनी सूझबूझ से कार्रवाई करते हुए अपराधियों को गिरफ्तार किया, जिससे कई अन्य अपराधों को भी रोका जा सके।
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पकड़े गए अभियुक्तों के खिलाफ बाराबंकी के कोतवाली नगर थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही अभियुक्तों को कोर्ट में पेश करने की प्रक्रिया जारी है। स्थानीय पुलिस द्वारा विधिक कार्यवाही की जा रही है।