

बाराबंकी जिले में शनिवार सुबह एक सनसनीखेज घटना सामने आई। जैदपुर थाना क्षेत्र के गुजरन पुरवा मजरा बलछत गांव में पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि और वर्तमान कोटेदार महादेव रावत का शव गांव के बाहर एक पेड़ से संदिग्ध अवस्था में लटका हुआ पाया गया।
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Barabanki: घटना सुबह करीब 7:00 बजे की बताई जा रही है, जब कुछ ग्रामीण अपने रोजमर्रा के कार्यों के लिए घरों से बाहर निकले। तभी उन्होंने गांव के बाहरी हिस्से में एक पेड़ से लटकता हुआ शव देखा। पास जाकर जब शव की पहचान की गई तो पता चला कि वह गांव के ही महादेव रावत (उम्र लगभग 55 वर्ष) हैं।
घटनास्थल पर शव की स्थिति देख ग्रामीणों ने तुरंत परिजनों को सूचना दी। कुछ ही देर में परिवार वाले और अन्य ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए। मृतक की पहचान होते ही मौके पर हाहाकार मच गया।
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सूचना मिलते ही जैदपुर थाना पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस टीम ने मौके का मुआयना किया और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल के आसपास से साक्ष्य एकत्र किए और मृतक के मोबाइल व निजी वस्तुओं को कब्जे में लिया।
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फिलहाल, मामले की जांच प्रारंभिक स्तर पर है और पुलिस हर पहलू से जांच करने की बात कह रही है आत्महत्या, हत्या या किसी साजिश की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा।
महादेव रावत गांव के सम्मानित व्यक्ति माने जाते थे। वे पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि रह चुके थे और वर्तमान समय में गांव के कोटेदार (राशन वितरक) के पद पर कार्यरत थे। उनका सामाजिक दायरा काफी बड़ा था और गांव में उनकी अच्छी छवि थी। ऐसे व्यक्ति का इस तरह से मृत पाया जाना लोगों को चौंकाने वाला लग रहा है।
मृतक के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। उनका कहना है कि महादेव रावत ने कभी भी आत्महत्या जैसा कदम उठाने की बात नहीं की थी और न ही कोई पारिवारिक कलह थी। परिवार का आरोप है कि उन्हें साजिशन फंसाया गया है और उन्हें मारकर शव को पेड़ से लटकाया गया, ताकि मामला आत्महत्या जैसा लगे।
थाना जैदपुर प्रभारी ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि परिजनों के आरोपों को गंभीरता से लिया जा रहा है और फोरेंसिक टीम से भी घटनास्थल की जांच कराई जाएगी।
घटना के बाद गांव में गमगीन माहौल है। हर कोई हैरान है कि ऐसा क्या हुआ कि एक सामाजिक रूप से सक्रिय व्यक्ति इस तरह मौत का शिकार हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि महादेव रावत अपने कार्यों के प्रति निष्ठावान और मिलनसार थे। अब हर किसी की नजर इस बात पर टिकी है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या सामने आता है।