फूल जैसी बच्ची पर तरस नहीं आया: महराजगंज में गूंजा सवाल, मां की ममता हुई कलंकित; जानें पूरा मामला

महराजगंज के पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के सेमरा महराज गांव में तालाब की जलकुंभी पर एक नवजात बच्ची जीवित मिली। ग्रामीणों ने रोने की आवाज सुनकर उसे बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बच्ची को सीएचसी बनकटी से जिला अस्पताल रेफर कराया है। इस घटना से क्षेत्र में आक्रोश और संवेदना दोनों की लहर दौड़ गई है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 8 November 2025, 8:17 PM IST
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Maharajganj: महराजगंज जिले के पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। सेमरा महराज गांव के तालाब में जलकुंभी के ऊपर रखी एक नवजात बच्ची के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। मासूम की चीखें सुनते ही गांव के लोग मौके पर दौड़े और जब उन्होंने देखा कि तालाब की जलकुंभी पर एक नवजात लड़की जीवित पड़ी है तो सभी के होश उड़ गए।

सूचना पाकर पुरंदरपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को अपने कब्जे में लेकर अस्पताल भेजा गया। बताया जा रहा है कि यह बच्ची कुछ ही घंटों पहले जन्मी थी। ग्रामीणों ने उसे कपड़ों में लपेटकर सुरक्षित किया और फिर पुलिस को बुलाया। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के इलाके में लोगों की भारी भीड़ जुट गई और चर्चा का बाजार गर्म हो गया।

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स्थानीय निवासी विपिन उपाध्याय ने बताया कि गांव के एक लड़के ने पहले तालाब के पास रोने की आवाज सुनी। पहले तो उसे लगा कि कोई जानवर है, लेकिन जब आवाज लगातार आती रही तो हम लोग मौके पर पहुंचे। जलकुंभी के ऊपर एक नवजात बच्ची को देखकर सबके रोंगटे खड़े हो गए। हमने तुरंत उसे बाहर निकाला और कपड़े में लपेटकर सुरक्षित किया। फिर पुलिस को सूचना दी।

मौके पर पहुंची पुरंदरपुर पुलिस ने नवजात को तत्काल सीएचसी बनकटी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसका प्राथमिक उपचार किया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है लेकिन उसे ठंड और गंदे पानी में रहने से हल्का संक्रमण हो गया था। एहतियातन उसे बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल महराजगंज रेफर किया गया।

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चाइल्डलाइन और बाल कल्याण समिति (CWC) को सूचित किया है ताकि बच्ची की सुरक्षा और देखभाल का उचित प्रबंध किया जा सके।

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ग्रामीणों में इस अमानवीय कृत्य को लेकर गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि ममता की मूरत मानी जाने वाली मां किसी हाल में इतनी कठोर कैसे हो सकती है कि अपनी मासूम को तालाब में फेंक दे। गांव की बुजुर्ग महिलाएं बच्ची को देखकर भावुक हो गईं। एक महिला ने कहा, “फूल जैसी बच्ची पर किसी को तरस नहीं आया। क्या इतनी भी ममता नहीं बची कि उसे किसी सुरक्षित हाथों में सौंप देते?”

इस बीच पुलिस ने आसपास के इलाकों में पूछताछ शुरू कर दी है। आशंका जताई जा रही है कि बच्ची को किसी ने अवांछित संतान मानकर तालाब में फेंक दिया। पुलिस ने कहा है कि “मामले की जांच की जा रही है, आसपास के स्वास्थ्य केंद्रों और दाइयों से भी जानकारी ली जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि हाल में किस महिला ने बच्ची को जन्म दिया था।” फिलहाल बच्ची जिला अस्पताल में चिकित्सकों की निगरानी में है और पुलिस प्रशासन ने कहा है कि उसके लिए चाइल्डलाइन के माध्यम से सुरक्षित आश्रय की व्यवस्था की जाएगी।

Location : 
  • Maharajganj

Published : 
  • 8 November 2025, 8:17 PM IST