

यूपी के भदोही जिले में इस वक्त इजराइल-ईरान हमले को लेकर तनाव चल रहा है। पूरी खबर के लिए पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
भदोही में इजराइल-ईरान का तनाव
भदोही: इजराइल और ईरान के बीच एक बार फिर से बढ़ते तनाव ने उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद के कई परिवारों की चिंता बढ़ा दी है। हालात को लेकर भले ही दुनिया भर में बेचैनी हो, लेकिन इजराइल में रह रहे भदोही के युवा प्रवासी अपने परिजनों को लगातार वीडियो कॉल कर उन्हें आश्वस्त कर रहे हैं कि वे सुरक्षित हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकाकरी के अनुसार ज्ञानपुर के बैराखास गांव निवासी सुनील विश्वकर्मा के भाई अनिल विश्वकर्मा पिछले 11 माह से इजराइल में रह रहे हैं। शटरिंग कारपेंटर का काम करने के लिए गए अनिल वर्तमान में येरूशलम के समीप एक शहर में रह रहे हैं।
वॉर पर अनिल विश्वकर्मा का बयान
अनिल विश्वकर्मा ने परिवार को बताया कि जहां खतरे की आशंका होती है, वहां सरकार की ओर से सायरन बजा दिए जाते हैं और मोबाइल पर अलर्ट भी जारी होता है। जैसे ही अलर्ट आता है, लोग नजदीकी बंकरों में सुरक्षित हो जाते हैं। अनिल बताते हैं कि उनके क्षेत्र से लगभग 10-12 किलोमीटर दूर मिसाइलें गिरती देखी गईं हैं। वे अपने परिवार की महिलाओं को ज्यादा जानकारी नहीं देते ताकि वे परेशान न हों।
इसी गांव के रामलाल के भाई रामसूरत भी आठ महीने पहले ही इजराइल के तेल अवीव शहर में काम करने गए हैं। रामसूरत ने वीडियो कॉल पर परिजनों से बातचीत में बताया कि अभी वहां पर छुट्टी चल रही है। धमाकों की आवाजें घर से करीब 10 किलोमीटर दूर सुनाई देती हैं। उन्होंने बताया कि हर एक किलोमीटर पर बंकर बनाए गए हैं, जहां खतरे की स्थिति में तुरंत शरण ली जाती है।
अन्य परिवार के व्यक्ति ने बताया अपना दुख
इसी तरह भुसौला गांव के अंजीत बिंद भी हाल ही में इजराइल गए हैं। 15 मई 2024 को वे राज मिस्त्री का काम करने के लिए इजराइल के सलाम शहर पहुंचे हैं। वे भी लगातार अपने परिवार से संपर्क बनाए हुए हैं और उन्हें हालात की जानकारी दे रहे हैं।
300 युवाओं ने रोजगार के लिए आवेदन किया
श्रम प्रवर्तन अधिकारी जेपी सिंह ने बताया कि पहले चरण में करीब 300 युवाओं ने इजराइल में रोजगार के लिए आवेदन किया था। मेडिकल जांच सहित अन्य प्रक्रिया पूरी कर 14 लोग इजराइल में काम पर पहुंचे हैं। इजराइल में हो रहे ताजा संघर्ष ने परिजनों की चिंता बढ़ा दी है लेकिन प्रवासी श्रमिक उन्हें हर हाल में हिम्मत बंधा रहे हैं।
हालांकि हालात गंभीर बने हुए हैं, लेकिन वहां की सतर्क प्रशासनिक व्यवस्था और सुरक्षा उपायों के चलते फिलहाल भदोही के सभी प्रवासी श्रमिक सुरक्षित बताए जा रहे हैं।