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डीएम संतोष कुमार शर्मा ने देवदह स्तूप, विपश्यना केंद्र और देवदह सरोवर परियोजनाओं का निरीक्षण किया। डीएम ने परियोजनाओं को एकीकृत रूप से विकसित करने, नेचुरोपैथी एवं वेलनेस सेंटर की योजना बनाने और भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्थापना के लिए प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिए।
DM संतोष कुमार शर्मा ने किया निरीक्षण
Maharajganj: जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने सोमवार को बनरसिया कला स्थित देवदह स्तूप और आसपास चल रही पर्यटन परियोजनाओं का विस्तृत निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य पुरातत्व विभाग, पर्यटन विभाग और निर्माण एजेंसियों के अधिकारियों के साथ मिलकर परियोजनाओं की प्रगति, गुणवत्ता और संरक्षण कार्यों की समीक्षा की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, निरीक्षण की शुरुआत उन्होंने देवदह स्तूप उत्खनन स्थल से की। क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी कृष्ण मोहन दुबे ने डीएम को उत्खनन में प्राप्त अवशेषों की जानकारी दी। बताया गया कि कुल 88 एकड़ भूमि संरक्षित क्षेत्र घोषित की गई है। प्रथम चरण की खुदाई में शुंग, कुषाण और मौर्य कालीन अवशेष मिले हैं। इनमें गुप्तकालीन मृदभांड के टुकड़े, मनके, ताम्र सिक्के और समुद्रगुप्त काल का स्वर्ण सिक्का विशेष महत्व रखते हैं। इसके साथ ही कुषाणकालीन ईंट निर्मित संरचनाएं, रिंगवेल, मिट्टी के उपकरण और स्टोरेज जार भी खोजे गए।
डीएम ने निर्देश दिया कि दूसरे चरण के उत्खनन से पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा आवश्यक सर्वेक्षण कार्य जल्द पूरा किया जाए। इसके साथ ही चहारदीवारी निर्माण, पाथवे और उत्खनित संरचनाओं के संरक्षण कार्य को इस वित्तीय वर्ष में प्राथमिकता दी जाए।
डीएम ने पर्यटन विभाग द्वारा निर्मित विपश्यना केंद्र का निरीक्षण भी किया। उन्होंने सोलर सिस्टम खराब पाए जाने पर यूपीपीसीएल को तत्काल मरम्मत के निर्देश दिए। संचालन की स्थिति जानने पर बताया गया कि केंद्र को पुरातत्व विभाग को हस्तांतरित किया जा चुका है, लेकिन संचालन शुरू नहीं हुआ। डीएम ने इसे नेचुरोपैथी एवं वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित करने और कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया।
डीएम ने देवदह सरोवर के सुंदरीकरण कार्य की समीक्षा की और निर्माण एजेंसी को जल आगमन-निकासी व्यवस्था सुधारने और नियमित सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने देवदह परियोजना को एकीकृत रूप से विकसित करने और आवश्यकतानुसार भूमि क्रय प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा, स्थल पर भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्थापना के लिए राज्य ललित कला अकादमी को पत्र भेजने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम नौतनवा नवीन प्रसाद, उपनिदेशक पर्यटन राजेंद्र प्रसाद, सहायक पर्यटक अधिकारी प्रभाकर मणि त्रिपाठी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे और डीएम को परियोजना से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने सभी परियोजनाओं की समयबद्ध और एकीकृत विकास की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका कहना है कि देवदह स्तूप और पर्यटन परियोजनाएं महराजगंज जिले के पर्यटन और सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।