

महराजगंज की ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर एकडंगा में परफॉर्मेंस ग्रांट के दुरुपयोग का आरोप। ग्रामीणों ने प्रधान-सचिव पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाकर डीएम से जांच की मांग की। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक वित्तीय रिकॉर्ड की जांच की जाएगी और यदि अनियमितता की पुष्टि होती है तो कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी।
महराजगंज डीएम ऑफिस
Maharajganj: महराजगंज जिले के सिसवा विकास खंड अंतर्गत ग्राम सभा लक्ष्मीपुर एकडंगा में ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव पर परफॉर्मेंस ग्रांट की धनराशि में गंभीर वित्तीय अनियमितता और धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं। ग्रामवासियों ने इस संबंध में जिलाधिकारी से मुलाकात कर लिखित शिकायत सौंपी है, साथ ही मामले की उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
क्या है आरोप?
ग्रामवासियों रवि, चंदन पटेल और अभिषेक पटेल ने जिलाधिकारी को सौंपे गए पत्र में दो प्रमुख आरोप लगाए हैं। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि 5 अक्टूबर को देबर टोला में मिट्टी भराई के नाम पर दो अलग-अलग भुगतान दर्शाए गए हैं। जबकि यह कार्य परफॉर्मेंस ग्रांट की स्वीकृत योजना का हिस्सा नहीं था, न ही इस कार्य के लिए किसी प्रकार की निविदा (टेंडर) प्रक्रिया अपनाई गई।
एक ही फर्म को सभी कार्यों का भुगतान
ग्रामीणों का आरोप है कि हैंडपंप रिबोर, मरम्मत, बालू-गिट्टी की आपूर्ति, चूना-ब्लीचिंग, टेंपो और जेसीबी की मरम्मत सहित कई कार्यों का भुगतान एक ही फर्म को किया गया है। उक्त फर्म के पास जमीनी स्तर पर न तो दुकान है, न जेसीबी, न भट्ठा और न ही कोई अन्य संसाधन। इसके बावजूद कागजों पर कार्य दिखाकर धनराशि का गबन किया गया, जो पूरी प्रक्रिया को संदेह के घेरे में लाता है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने इस वित्तीय गड़बड़ी को "प्रशासनिक भ्रष्टाचार का उदाहरण" बताते हुए मांग की है कि स्वतंत्र जांच एजेंसी से इसकी जांच कराई जाए, ताकि सच सामने आ सके और दोषियों को दंडित किया जा सके।
ग्राम सचिव का पक्ष
जब इस संबंध में ग्राम सचिव पवन गुप्ता से संपर्क किया गया तो उन्होंने आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया। उन्होंने स्पष्टीकरण दिया कि मिट्टी भराई का भुगतान परफॉर्मेंस ग्रांट पर मिले ब्याज की रकम से किया गया है। चूंकि यह भुगतान परफॉर्मेंस ग्रांट के खाते से हुआ है, इसलिए यह लेखा में उसी खाते में प्रदर्शित हुआ है।
प्रशासन ने लिया संज्ञान
ग्रामीणों की शिकायत को जिलाधिकारी कार्यालय ने संज्ञान में ले लिया है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक वित्तीय रिकॉर्ड की जांच की जाएगी और यदि अनियमितता की पुष्टि होती है तो कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी।
क्या है परफॉर्मेंस ग्रांट?
परफॉर्मेंस ग्रांट भारत सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों को उनके कार्य निष्पादन और वित्तीय अनुशासन के आधार पर दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि है। इसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर पारदर्शिता, जवाबदेही और विकास कार्यों को गति देना होता है। अगर इस धनराशि का दुरुपयोग होता है, तो यह नीति के मूल उद्देश्य को ही विफल करता है।