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आगामी 2026 मे पंचायती चुनाव का आगाज होने वाला है ऐसे में गाँवो में सरगर्मिया अब तेज हो गई है। चाय की दुकानों से लेकर चौपालो पर लोग विकास के मुद्दे पर चर्चा कर रहे। डाइनामाइट न्यूज़ की टीम गांवों के विकास पर रियलटी चेक करने के लिए गांवों मे ग्रामीणों से बातचीत किया देखें वीडियो
डाइनामाइट न्यूज़ पर सुनिये खुद ग्रामीणों की जुबानी
महराजगंज: उत्तर प्रदेश में आगामी 2026 मे पंचायती चुनाव का आगाज होने वाला है ऐसे में गाँवो में सरगर्मिया अब तेज हो गई है। चाय की दुकानों से लेकर चौपालो पर लोग विकास के मुद्दे पर चर्चा कर रहे। डाइनामाइट न्यूज़ की टीम गांवों के विकास पर रियलटी चेक करने के लिए गांवों मे ग्रामीणों से बातचीत किया जिसमे लोगों की मिलिजुली प्रतिक्रिया रही । युवाओ ने खुलकर विकास के मुद्दे पर वोट करने को कहा तो वही कुछ ग्रामीणों ने गाँव की सार्वजनिक समस्यायों को साझा किया। टीम ने लक्ष्मीपुर ब्लॉक के पैसिया गाँव के कई टोले पर जाकर ग्रामीणों से विकास की रियलटी चेक किया। जिसपर अलग अलग टोले पर ग्रामीणों की अलग अलग राय मिली।
मनरेगा पार्क ग्रामीणों के लिए बेमतलब साबित
पैसिया गाँव के ग्रामीणों ने बताया कि पैसिया गाँव के ग्रामीणों के लिए सुबह शाम के सैर सपाटे, बच्चों के खेलने -घूमने के लिए आए मनरेगा पार्क को ब्लॉक में बनवा दिया गया। जो हमेशा गेट के अंदर बंद रहता है जिसका कोई उपयोग नहीं कर पाता, सरकार के लाखों रुपये की ये योजना ग्रामीणों के लिए बेमतलब साबित हो रहीं।वही ग्राम प्रधान ने बताया की गाँव में जमीन न होने के कारण पार्क को ब्लॉक में बनवाया गया है जो ग्रामसभा के अंतर्गत ही आता है।लोग सुबह शाम वहाँ टहलने जाते है।
सामुदायिक शौचालय में लटके ताले
गांवों को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए हर ग्राम में बने सामुदायिक शौचालय की स्थिति लक्ष्मीपुर ब्लॉक में दूभर है ग्रामीणों ने बताया कि पूरा पांच साल बीतने को है लेकिन आज तक सामुदायिक शौचलय का ताला नहीं खुला, ग्रामीणों ने बताया कि सरकार की इस योजना का लाभ भी उन्हे नहीं मिला।
गांवों में इंटर लॉकिंग व साफ सफाई व्यवस्था पर भी सवाल
गाँव के कटहरि टोले पर नाली नहीं होने से सैकड़ो ग्रामीणों को भारी दिक्कत झेलनी पड़ रही।जिससे लोगो मे भारी गुस्सा है। ग्रामीणों ने बताया कि जहा कहीं नाली बना है वहाँ जाम रहता है महीनों से सफाई नही हुई। जिससे लोगों को भारी दिक्कत होती है।गाँव के प्रधान ने बताया की उनके ग्रामसभा मे पिछले छः माह से सफाईकर्मी नही है जिससे लोगों को दिक्कते झेलनी पड़ रही।
हरिजन बस्ती में टॉयलेट की मांग
गांव के एक ग्रामीण सुंदरमल ने हरिजन बस्ती में टॉयलेट की मांग किया ताकि सड़को पर गंदगी न फैले।
पुराने कूवो को अस्तित्व में लाया जाए
गाँव के कुछ ग्रामीणों ने अपना अस्तित्व खो चुके कुये का जिर्णोद्धर् करने की मांग की ताकि जल संरक्षित हो सके।