कौशाम्बी: जिंदा को मुर्दा घोषित कर रोकी पेंशन, लाचार वृद्ध जिंदा होने का सबूत लिए दफ्तरों के लगा रहा चक्कर

यूपी के कौशांबी जिले में एक बार फिर चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 22 May 2025, 6:51 PM IST
google-preferred

कौशांबी: यूपी के कौशांबी जिले में एक बार फिर चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां एक जीवित बुजुर्ग को जिम्मेदारों में मृत घोषित कर दिया जिसके चलते वह अधिकारियों के दफ्तरों का चक्कर काट काट कर अपने जिंदा होने का सबूत दे रहा है किंतु फिर भी जिम्मेदारों की आंखों का पानी इतना मर चुका है कि कोई भी उसे जिंदा मानने को तैयार नहीं है, जिंदा को मुर्दा करने का जिले में यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी विकासखंड मंझनपुर से कुछ ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया था जहां एक बुजुर्ग महिला को मृत घोषित कर उसकी पेंशन रोक दी गई थी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार ताजा मामला विकासखंड कड़ा से निकाल कर सामने आया है जहां सैयदराजेपुर ग्राम पंचायत के रहने वाले 70 वर्षीय बुजुर्ग अमर सिंह यादव को मिल रही वृद्धा पेंशन अचानक उनके खाते में आनी बंद हो गई इसके बाद उन्होंने जब इसकी जानकारी ली तो पता चला कि उन्हें तो जिम्मेदारों ने सरकारी कागजों में मुर्दा घोषित कर दिया है और इसके बाद से लगातार बुजुर्ग अमर सिंह यादव अपने जिंदा होने का सबूत लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर है।

बुजुर्ग अमर सिंह यादव की मानें तो बीते दो वर्षों से ने उन्हें मृत घोषित कर उनकी वृद्धा पेंशन रोक दी गई जिसके बाद से लगातार वह दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही बुजुर्ग का कहना था कि कई बार विकासखंड से लेकर विकास भवन तक का वह चक्कर लगा चुके किंतु जिम्मेदारों को उनपर तरस नहीं आ रहा है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार वहीं इस पूरे प्रकरण को लेकर एसडीएम सिराथू योगेंद्र कुमार गौड़ का कहना है कि मामले की जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी। यूपी के कौशांबी से  सामने आया यह मामला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर तो सवाल खड़े कर रहा है, साथ ही सच्चाई सामने हाने के बावजूद भी अधिकारियों द्वारा मामले की सुध नही ली जा रही बेरहाल पीड़ित बुजूर्ग दर-बदर भटकने को मजबूर हैं।

Location : 
  • Kaushambi

Published : 
  • 22 May 2025, 6:51 PM IST