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मुजफ्फरनगर के मोरना मार्ग पर कार्तिक स्नान के दौरान भैंसा बग्गी और रोडवेज बस की टक्कर में एक भैंसा की मौत हो गई, जबकि बग्गी चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस हादसे ने कोहरे में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़ा किया है।
कार्तिक स्नान के दौरान भयंकर हादसा (सोर्स- डाइनामाइट न्यूज़)
Muzaffarnagar: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हुए शुक्रताल के गंगा स्नान के दौरान भोपा थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा घटित हुआ। रात के घने कोहरे और वाहन चालकों की लापरवाही के कारण भैंसा बग्गी और रोडवेज बस के बीच टक्कर हो गई, जिससे भैंसे की मौके पर ही मौत हो गई और बग्गी चालक गंभीर रूप से घायल हो गया।
भोपा थाना क्षेत्र के मोरना मार्ग पर शुक्रवार रात को जब श्रद्धालु शुक्रताल से लौट रहे थे, तो अचानक एक भैंसा बग्गी की तेज रफ्तार ने हादसे को जन्म दिया। कोहरे की वजह से दृश्यता बेहद कम थी, और वाहन सवार सड़क पर बेलगाम दौड़ते नजर आ रहे थे। घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें बग्गियां सड़क पर तेज रफ्तार से दौड़ती दिख रही हैं, जबकि आसपास सैकड़ों बाइक सवार हो-हल्ला मचाते हुए जा रहे थे।
हादसा उस समय हुआ जब बग्गी चालक अंकित अपनी बग्गी को लेकर सड़क पर चल रहा था। अंकित ने जल्दबाजी में अपनी लेन बदल दी और सामने से आ रही रोडवेज बस से टक्कर हो गई। यह टक्कर इतनी जोरदार थी कि बग्गी में सवार भैंसा की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बग्गी चालक अंकित गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे तुरंत भोपा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
अंकित के पिता जगत सिंह ने इस हादसे को लेकर भोपा थाने में तहरीर दी और कार्रवाई की मांग की। थाना प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह ने बताया कि वीडियो और गवाहों के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। मामले की तहकीकात के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मुजफ्फरनगर में कार्तिक स्नान के दौरान कोहरे में भैंसा बग्गी की तेज रफ्तार ने भीषण हादसा किया। टक्कर में भैंसा की मौत, चालक गंभीर रूप से घायल। #MuzaffarnagarAccident #KartikSnaan #RoadSafety pic.twitter.com/qbiuvXfEjn
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 6, 2025
बताते चलें कि कार्तिक पूर्णिमा पर हर साल लाखों श्रद्धालु शुक्रताल में गंगा स्नान करने के लिए पहुंचते हैं। इस दौरान यातायात की अत्यधिक भीड़ रहती है और कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाएं बढ़ने की आशंका रहती है। इस हादसे ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर एक गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है, कि किस प्रकार रात के समय और घने कोहरे में यातायात की स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।
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इस हादसे ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा किया है कि कार्तिक स्नान जैसे आयोजनों में श्रद्धालुओं और वाहनों की सुरक्षा को कैसे सुनिश्चित किया जाए। रात के समय कोहरे और लापरवाह वाहन चालकों के कारण हादसों का खतरा बना रहता है। अधिकारियों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।