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मेरठ के सिंचाई विभाग में तैनात वरिष्ठ सहायक मोहित ने कथित रूप से काम के दबाव में आकर जहरीला पदार्थ खा लिया। परिजनों ने सुपरवाइजर पर अनावश्यक दबाव बनाने और बिना प्रशिक्षण BLO ड्यूटी देने का आरोप लगाया है। फिलहाल मोहित ICU में भर्ती हैं।
सिंचाई विभाग के बाबू ने काम के दबाव में खाया जहर
Meerut: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां सिंचाई विभाग में तैनात वरिष्ठ सहायक (बाबू) मोहित ने कथित रूप से काम के अत्यधिक दबाव में आकर जहरीला पदार्थ खा लिया। परिजनों के अनुसार लगातार कई दिनों से उन पर BLO ड्यूटी को लेकर भारी दबाव बनाया जा रहा था। हालत गंभीर होने पर मोहित को तत्काल स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उन्हें ICU में भर्ती किया गया है और उनका इलाज चल रहा है।
गढ़ रोड स्थित मुरलीपुरा गांव निवासी मोहित सिंचाई विभाग में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत हैं। परिजनों ने बताया कि SIR (Systematic Information Report) प्रक्रिया के चलते मोहित की ड्यूटी पल्लवपुरम में BLO के रूप में लगाई गई थी। परिजनों का आरोप है कि उन्हें BLO का काम दिया गया, लेकिन किसी भी प्रकार की ट्रेनिंग नहीं दी गई थी। इसके बावजूद विभागीय सुपरवाइजर आशीष शर्मा द्वारा लगातार काम का प्रेशर बनाया जा रहा था, जिससे मोहित मानसिक रूप से तनाव में आ गए थे।
परिजनों ने बताया कि मोहित कई दिनों से डिप्रेशन में थे। मंगलवार को भी सुपरवाइजर आशीष शर्मा ने फोन कर जल्दी काम पूरा करने के लिए दबाव डाला। इससे परेशान होकर मोहित घर पहुंचे और जहरीला पदार्थ खा लिया। कुछ ही देर बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद परिजन उन्हें तत्काल मेरठ के लोकप्रिय हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों के अनुसार मोहित की हालत स्थिर है, लेकिन वह अभी बात करने की स्थिति में नहीं हैं।
मोहित की पत्नी ज्योति ने आरोप लगाया कि कई दिनों से उनके पति पर अनावश्यक काम का दबाव बनाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि मोहित को BLO की ड्यूटी दे दी गई, लेकिन कोई जानकारी या ट्रेनिंग नहीं दी गई। ऊपर से सुपरवाइजर रोजाना फोन कर काम पूरा करने को कह रहा था। इसी तनाव में उन्होंने यह कदम उठाया। पत्नी ने विभाग पर लापरवाही और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए घटना की जांच की मांग की है।
घटना की सूचना मिलते ही विभागीय यूनियन के सदस्य अस्पताल पहुंच गए और उन्होंने सुपरवाइजर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। यूनियन नेताओं ने आरोप लगाया कि विभागीय कर्मचारियों पर SIR व BLO कार्यों को लेकर अनावश्यक रूप से दबाव बढ़ाया जा रहा है, जिससे कई कर्मचारी मानसिक तनाव में हैं। अस्पताल परिसर में यूनियन ने नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रशासन को तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
घटना की जानकारी के बाद मेरठ के ADM (E) सत्य प्रकाश सिंह अस्पताल पहुंचे और मोहित की स्थिति के बारे में डॉक्टरों से जानकारी ली। उन्होंने मीडिया से कहा कि शाम को सूचना मिली कि एक BLO ने तनाव में आकर जहर खा लिया है। जानकारी मिली कि सुपरवाइजर द्वारा समीक्षा ज्यादा की जा रही थी, जो शायद इस घटना का एक कारण हो सकता है। अभी वह बात करने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है और खतरे से बाहर हैं।
अस्पताल प्रशासन के अनुसार मोहित की हालत अब खतरे से बाहर है, लेकिन उनके लिए अगले 24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं। डॉक्टरों ने कहा कि फिलहाल वह बात करने की स्थिति में नहीं हैं और उन्हें गहन देखभाल में रखा गया है।