

यह विशेष संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है, जो जन जागरूकता, स्वस्थ्य समुदाय निर्माण और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है। यदि सभी विभागों और जनसमुदाय का सहयोग मिलता है, तो यह अभियान निश्चित ही सफल होगा और प्रदेश को इन खतरनाक बीमारियों से मुक्ति दिलाने में मदद करेगा।
जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी
Barabanki News: विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान की साप्ताहिक समीक्षा बैठक जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट परिसर स्थित लोकसभागार में आयोजित की गई। यह अभियान एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, जो संचारी रोगों और दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण हेतु जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से पूरे उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों में एक साथ चलाया जाएगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, यह अभियान 1 जुलाई 2025 से 30 जुलाई 2025 तक संचारी रोग नियंत्रण और 11 जुलाई 2025 से 31 जुलाई 2025 तक दस्तक अभियान के रूप में चलेगा।
साप्ताहिक समीक्षा बैठक की मुख्य बातें
बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा साप्ताहिक गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और पाथ द्वारा की गई मॉनीटरिंग फीडबैक में जो कमियां पाई गईं, उनके सुधार के लिए जिलाधिकारी ने शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही अधिकारियों और कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर भी नाराजगी जाहिर की गई। जिलाधिकारी ने अभियान की सफलता के लिए सम्पूर्ण विभागीय सहयोग पर जोर दिया।
स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के तहत आशा कार्यकत्रियों को जिम्मेदारी दी गई है। वे बुखार, आई.एल.आई., क्षय, कुष्ठ, फाइलेरिया, कुपोषित बच्चों की लाइन लिस्टिंग करेंगे, मच्छर प्रजनन स्रोतों को समाप्त करेंगे और 15 वर्ष से कम बच्चों के घरों पर स्टीकर लगाएंगे। यह कार्य प्रदेशभर में बड़े पैमाने पर किया जाएगा।
पंचायती राज विभाग की भूमिका
पंचायती राज विभाग के द्वारा गांवों में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। नालियों की सफाई, लार्वा साइड का छिड़काव, झाड़ियों की कटाई, और उथले हैंड पंपों का चिन्हीकरण जैसे कार्य किए जाएंगे। इसके अलावा, शुद्ध पेय जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना, ODF (खुले में शौच से मुक्ति) अभियान को बढ़ावा देना और कूड़े का उचित निस्तारण भी अहम कार्य होंगे।
नगर विकास विभाग का योगदान
नगर विकास विभाग शहरों में नालियों की सफाई, लार्वा साइड का छिड़काव और उथले हैंड पंपों का चिन्हीकरण करेगा। साथ ही, शुद्ध पेय जल की उपलब्धता और ODF अभियान पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में यह कार्य सख्ती से किया जाएगा ताकि किसी भी क्षेत्र में साफ-सफाई से संबंधित कोई समस्या न रहे।
शिक्षा विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रम
शिक्षा विभाग स्कूलों में जागरूकता फैलाने के लिए प्रार्थना सभा के दौरान बच्चों और अध्यापकों को संचारी रोगों और दिमागी बुखार के बारे में जानकारी देगा। इसके अलावा, अभिभावकों के साथ बैठकें, रैलियां, और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, ताकि परिवार और समुदायों को भी जागरूक किया जा सके।
पशु पालन विभाग की जिम्मेदारी
पशु पालन विभाग के तहत शूकर पालकों को और अन्य व्यवसायों को जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा, पशु बाड़ों की सफाई और पशु बाड़ों को आबादी से दूर रखने के निर्देश दिए जाएंगे ताकि किसी भी संक्रमण का फैलाव न हो सके।
कृषि विभाग की सक्रिय भागीदारी
कृषि विभाग द्वारा जनमानस को चूहे और छछूंदर से होने वाले रोगों जैसे स्क्रब टाइफस और लेप्टोस्पायसोसिस के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसके लिए संगोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा ताकि लोग इससे बचाव के उपायों के बारे में जान सकें।