

बदायूं में वाहन रिकवरी के नाम पर चल रहे अवैध वसूली के गैंग का पर्दाफाश हुआ है। यह गैंग लोन वाले वाहनों से गुंडा टैक्स वसूलता है। पुलिस के संरक्षण में यह गतिविधि चल रही है।
मौके पर पहुंची पुलिस टीम
Badaun: बदायूं शहर के थाना सिविल लाइंस क्षेत्र में वाहन रिकवरी के नाम पर एक बड़े अवैध वसूली गैंग का पर्दाफाश हुआ है। यह गैंग लोन वाले वाहनों से गुंडा टैक्स वसूलने का काम कर रहा है और इस वसूली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
लूटा जाता था लोगों का पैसा
मंडी चौकी क्षेत्र, जवाहरपुरी चौकी क्षेत्र, मझिया रोड और मंडी क्षेत्र में इन वाहनों से अवैध वसूली की जा रही है। नियमों को दरकिनार करते हुए पुलिस के संरक्षण में ये गिरोह दोपहिया और चारपहिया वाहनों से वसूली कर रहा है। वाहन मालिकों से जबरदस्ती पैसा लिया जा रहा है, जिससे उनके जीवन में एक तरह से अव्यवस्था और भय का माहौल बन गया है।
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पुलिस की मूक भूमिका भी सवालों के घेरे में
कानूनी दृष्टि से देखा जाए तो कोर्ट के नियमों के अनुसार किसी भी वाहन की किस्त टूटने पर चलते वाहन को बीच सड़क पर रोकने और बदसलूकी करने के बाद वाहन की रिकवरी करने का कोई प्रावधान नहीं है। इसके बावजूद यह गैंग बेखौफ होकर वाहन मालिकों से पैसे वसूलता है, जबकि पुलिस की मूक भूमिका भी सवालों के घेरे में है।
कितने रुपये वसूले जाते थे?
अवैध वसूली करने वाले गैंग के सदस्य यह कहते हुए पकड़े गए हैं कि वे थाना सिविल लाइंस पुलिस को 15,000 रुपये, मंडी चौकी को 5,000 रुपये और जवाहरपुरी चौकी को 7,000 रुपये तक की घूस देते हैं। यह जानकारी सीधे इस गैंग के सदस्यों से मिली है, जो वसूली की इस काले धंधे का हिस्सा बने हुए हैं।
चौकी इंचार्ज को कोई जानकारी नहीं
मंडी चौकी के इंचार्ज से जब इस मामले को लेकर फोन पर बात की गई तो उन्होंने इस मुद्दे की जानकारी न होने की बात कही। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा कुछ उनके क्षेत्र में हो रहा है तो वह इसकी जांच करवाएंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ठोस एक्शन की मांग
गौरतलब है कि अवैध वसूली का यह मामला सिर्फ एक क्षेत्र तक सीमित नहीं है। इसके पहले भी शहर के विभिन्न इलाकों में इस प्रकार के मामले सामने आए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। इस मुद्दे को लेकर अब स्थानीय लोग और वाहन मालिक सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि ऐसी घटनाओं पर काबू पाया जा सके और कानून का उल्लंघन करने वालों को दंडित किया जा सके।