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आपको जानकर खुशी होगी कि पिछले कुल 90 दिनों में जिलाधिकारी के नेतृत्व में एक लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बने हैं। यह डाटा जिलाधिकारी कार्यालय से जारी हुआ है। जिलाधिकारी अनुनय झा के द्वारा एक अभियान चलाया गया था। जिसमें जिला प्रशासन को यह सफलता हासिल हुई।
हरदोई कलेक्ट्रेट
Hardoi: हरदोई के जिलाधिकारी आईएएस अनुनय झा की मेहनत रंग लाई है। आपको जानकर खुशी होगी कि पिछले कुल 90 दिनों में जिलाधिकारी के नेतृत्व में एक लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बने हैं। यह डाटा जिलाधिकारी कार्यालय से जारी हुआ है। जिलाधिकारी अनुनय झा के द्वारा एक अभियान चलाया गया था। जिसमें जिला प्रशासन को यह सफलता हासिल हुई।
सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनवाने का विशेष अभियान पूरे प्रदेश में शुरू किया गया। अभियान के पहले ही दिन हरदोई जनपद ने उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए पूरे उत्तर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसे हरदोई की टीम और प्रशासन की सामूहिक मेहनत का परिणाम बता रहे हैं।
पहले दिन 5225 कार्ड तुरंत जारी हुए
डिप्टी सीएमओ डॉ. पंकज मिश्रा ने बताया कि प्रदेश सरकार ने सभी जिलों को निर्देशित किया था कि आयुष्मान कार्ड निर्माण में तेजी लाई जाए, जिससे अधिक से अधिक पात्र परिवार मुफ्त उपचार का लाभ उठा सकें। अभियान के पहले दिन पूरे प्रदेश में 6349 आयुष्मान कार्ड आवेदन प्राप्त हुए। जिनमें से 5225 कार्ड तुरंत जारी कर दिए गए।
प्रदेश में शीर्ष स्थान प्राप्त किया
इसी बीच हरदोई ने एक बार फिर अपनी क्षमता और बेहतर प्रबंधन का प्रमाण देते हुए सबसे अधिक आवेदन और निर्गत कार्डों के साथ प्रदेश में शीर्ष स्थान प्राप्त किया। जिले में पहले दिन कुल 3347 आवेदन किए गए और इनमें से 2681 आयुष्मान कार्ड जारी कर दिए गए। यह आंकड़ा अन्य महानगरों और बड़े जिलों से कई गुना अधिक रहा, जहां कार्ड निर्माण की संख्या बेहद कम दर्ज की गई।
16 अगस्त से 16 नवंबर तक विशेष आयुष्मान कार्ड अभियान चला
जिला कोऑर्डिनेटर विवेक मिश्रा ने बताया कि सरकार की ओर से 16 अगस्त से 16 नवंबर तक विशेष आयुष्मान कार्ड अभियान संचालित किया गया था। इस तीन महीने लंबे अभियान में हरदोई स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक टीम ने बेहद सक्रियता दिखाई। पूरे अभियान के दौरान 92,085 आयुष्मान कार्ड बनाए गए, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इन आंकड़ों के आधार पर हरदोई न केवल इस अभियान में शीर्ष पर रहा बल्कि लगातार छह माह में भी सबसे अधिक आयुष्मान कार्ड बनाने वाला जिला बना।
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दूसरे स्थान पर सुल्तानपुर
दूसरे स्थान पर सुल्तानपुर जनपद रहा, जबकि अन्य जिलों में आयुष्मान कार्ड निर्माण की गति अपेक्षा से कम रही। अधिकारियों का कहना है कि हरदोई की ग्राम पंचायतों, नगर निकाय क्षेत्रों, स्वास्थ्य उपकेंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीमों ने विशेष कैंप लगाए, जिससे लोगों को सुविधा मिली और कार्ड निर्माण प्रक्रिया तेजी से पूरी हो सकी।
आयुष्मान भारत योजना का फायदा
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पात्र परिवारों को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज उपलब्ध होता है। इसलिए सरकार अधिकतम पात्र नागरिकों को इस योजना से जोड़ने पर जोर दे रही है। हरदोई के अधिकारियों का कहना है कि जिले की स्वास्थ्य टीमें लगातार गांवों में जाकर सर्वे कर रही हैं, छूटे हुए परिवारों को चिन्हित कर रही हैं और ऑन-द-स्पॉट कार्ड बनवा रही हैं।