

गोला क्षेत्र में नाले के मानक विहीन निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश फैला हुआ है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़िये पूरी खबर
राम जानकी मार्ग के किनारे बन रहा नाला
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद के अंतर्गत गोला तहसील चौराहे पर राम जानकी मार्ग के किनारे बन रहे नाले के मानक विहीन निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों में जबरदस्त गुस्सा देखने को मिल रहा है। स्थानीय निवासियों ने ठेकेदार पर घटिया सामग्री का उपयोग और बेहद धीमी गति से काम करने का आरोप लगाया है। साथ ही, उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के कार्यकारी अभियंता (एक्सीएन) से तत्काल जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस नाले के निर्माण को लेकर आसपास के लोगों में आक्रोश है। बृजेश यादव, राजकुमार, रामू प्रजापति, दुर्गेश चंद, कन्हैयालाल, मुन्ना और रहमुद्दीन सहित कई स्थानीय लोगों ने बताया कि नाला निर्माण में कई गंभीर खामियां हैं। उनका कहना है कि ठेकेदार द्वारा काम इतनी धीमी गति से किया जा रहा है कि मानसून शुरू होने से पहले नाला पूरा होने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही। बारिश शुरू होते ही सड़क किनारे रहने वाले लोगों का घर से निकलना दूभर हो जाएगा।
जलभराव के कारण हो रही परेशानी
वहीं जलभराव की स्थिति से स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। लोगों का आरोप है कि नाले की ढलाई में सरिया, मोरंग, सीमेंट और गिट्टी का उपयोग मानक के विपरीत किया जा रहा है। इसके अलावा, नाले का ढलान भी सही नहीं है, जिसके चलते पानी का बहाव रुकने की आशंका है। इससे न केवल जलभराव की समस्या बढ़ेगी, बल्कि नाले का उद्देश्य ही विफल हो सकता है।
ठेकेदार पर लगे गंभीर आरोप
स्थानीय निवासियों ने कहा कि ठेकेदार की लापरवाही और मानक तोड़ने की प्रवृत्ति से उनकी मुश्किलें बढ़ रही हैं। आक्रोशित लोगों ने एनएच के एक्सीएन से तुरंत जांच कराने और दोषी ठेकेदार के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। बृजेश यादव ने गुस्से में कहा कि हमारी मांग है कि नाला निर्माण मानक के अनुसार और समय पर पूरा हो, वरना बारिश में हमारा जीना मुहाल हो जाएगा।
स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया, तो वे विरोध को और तेज करेंगे। अब देखना होगा कि जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और क्या गोला बाजार के निवासियों को मानसून से पहले राहत मिल पाएगी?