

अपराधों के विरुद्ध प्रभावी अभियान चलाकर समाज में सुरक्षा व न्याय व्यवस्था को मज़बूत करने हेतु पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार चलाए जा रहे “ऑपरेशन कनविक्शन” के तहत महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है। ,पढिए पूरी खबर
गोरखपुर: अपराधों के विरुद्ध प्रभावी अभियान चलाकर समाज में सुरक्षा व न्याय व्यवस्था को मज़बूत करने हेतु पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार चलाए जा रहे "ऑपरेशन कनविक्शन" के तहत महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद गोरखपुर के निर्देशन में थाने के पैरोकार व मॉनिटरिंग सेल की सख्त पैरवी व सतत प्रयासों से वर्ष 2014 में थाना चिलुआताल पर पंजीकृत एक संवेदनशील नाबालिग के अपहरण व दुष्कर्म का मामला निर्णायक मुकाम तक पहुंचा।
क्या है पूरा मामला
इस गंभीर प्रकरण में आरोपी सुरेश उर्फ कृष्णा पुत्र पंचम निवासी पिपरिश टोला महादेवा थाना भदोली जनपद भदोही पर धारा 363, 366, 313 भारतीय दंड संहिता व 4 पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा संख्या मु0अ0सं0 87/2014 दर्ज किया गया था। लंबी और जटिल कानूनी प्रक्रिया के बाद न्यायालय ने अभियुक्त को दोषी मानते हुए 7 वर्ष का सश्रम कारावास व 27,000 रुपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया।
कानून के कटघरे में लाकर कठोर से कठोर सजा
इस कार्रवाई के माध्यम से न केवल पीड़िता व उसके परिवार को न्याय मिला, बल्कि समाज को भी यह संदेश गया कि नाबालिगों के प्रति अपराध करने वालों को कानून के कटघरे में लाकर कठोर से कठोर सजा दी जाएगी। पुलिस अधीक्षक द्वारा विशेष रूप से मॉनिटरिंग सेल की सक्रियता व पैरोकार की मेहनत को सराहा गया है, जिसके कारण यह मुकदमा निष्पक्ष व प्रभावशाली ढंग से न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
बारीकी से मामले की जांच
इस मुकाम तक पहुंचने में विशेष योगदान रहा सत्र अभियोजन अधिकारी (SPP) श्री राम मिलन सिंह का, जिनकी कानूनी दक्षता व प्रतिबद्धता के कारण यह महत्वपूर्ण विजय संभव हो सकी। उन्होंने बारीकी से मामले की जांच, सबूतों का संकलन व प्रभावी पैरवी कर न्यायिक प्रक्रिया को सुदृढ़ किया।
अपराधियों में भय
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद गोरखपुर ने इस सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक सकारात्मक उदाहरण है, जिससे अपराधियों में भय बना रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस बल निरंतर अपराध मुक्त समाज के निर्माण हेतु कृतसंकल्पित है। "ऑपरेशन कनविक्शन" अभियान के तहत भविष्य में भी ऐसे सभी अपराधिक प्रकरणों पर ध्यान दिया जाएगा, ताकि हर पीड़ित को न्याय दिलाया जा सके। जनपद गोरखपुर में कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने हेतु यह कार्यवाही प्रेरणादायक कदम साबित होगी।