

बुंदेलखंड इलेक्ट्रॉनिक टीवी सेंटर” में भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया। घटना की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
इलेक्ट्रॉनिक टीवी सेंटर में लगी आग
बांदा: शहर के प्रतिष्ठित इलेक्ट्रॉनिक विक्रेता "बुंदेलखंड इलेक्ट्रॉनिक टीवी सेंटर" में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एकाएक शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। यह हादसा शहर कोतवाली क्षेत्र के रामलीला मैदान चौराहे पर स्थित दुकान में हुआ, जहां देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और पूरे बाजार में अफरा-तफरी मच गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक वहां मौजूद लोगों ने बताया कि सुबह दुकान खुलने के कुछ समय बाद अचानक विद्युत शॉर्ट सर्किट से चिंगारियां उठीं और कुछ ही मिनटों में आग की लपटों ने पूरे शोरूम को घेर लिया। दुकान में रखे लाखों रुपये के टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, एसी, कूलर समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आग की चपेट में आ गए।
सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और फायर ब्रिगेड कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग बुझाने में स्थानीय पुलिस ने भी फायर ब्रिगेड के साथ मिलकर मोर्चा संभाला और इलाके की घेराबंदी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर हटाया।
फायर ब्रिगेड अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिक जांच में शॉर्ट सर्किट को ही आग लगने की वजह माना जा रहा है, हालांकि विस्तृत जांच के बाद ही कारण की पुष्टि की जा सकेगी।
इस हादसे से बुंदेलखंड टीवी सेंटर को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। दुकान मालिक व कर्मचारी आग बुझने के बाद टूटे सामान को देखकर स्तब्ध रह गए। वहीं, दुकान के मालिक व स्थानीय प्रशासन के अधिकारी अब नुकसान का आंकलन कर रहे हैं।
दुकान शहर के बीचोंबीच स्थित है, इसलिए आग लगने से आसपास के दुकानदारों और राहगीरों में भी अफरा-तफरी का माहौल बन गया। गनीमत यह रही कि आग की सूचना समय पर मिलने और फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई के चलते कोई जनहानि नहीं हुई।
बांदा पुलिस व जिला प्रशासन की सतर्कता से एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में आग से बचाव के पर्याप्त इंतज़ाम हैं? फिलहाल पुलिस और दमकल विभाग संयुक्त रूप से मामले की जांच कर रहे हैं और प्रशासन ने व्यापारियों से भी अपील की है कि वे अपने प्रतिष्ठानों में फायर सेफ्टी उपकरण अनिवार्य रूप से लगवाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।