

फतेहपुर जिले के धाता कस्बे में मंगलवार रात एक भीषण जाम की स्थिति बन गई। यह जाम दीप नारायण चौराहे के पास उस समय लगा जब महुआ की लकड़ी से लदा एक ट्रैक्टर-ट्राली अचानक गड्ढे में फंस गया।
ट्रक हटाती जेसीबी मशीन
Fatehpur: फतेहपुर जिले के धाता कस्बे में मंगलवार रात एक भीषण जाम की स्थिति बन गई। यह जाम दीप नारायण चौराहे के पास उस समय लगा जब महुआ की लकड़ी से लदा एक ट्रैक्टर-ट्राली अचानक गड्ढे में फंस गया और उसका हुक टूट गया। घटना रात करीब 11 बजे की है। ट्राली सड़क पर ही अटक गई, जिससे पूरे मार्ग का आवागमन बाधित हो गया।
जानकारी के अनुसार, कौशांबी जिले के सिराथू तहसील से वन विभाग की महुआ लकड़ी लेकर ट्रैक्टर धाता की ओर आ रहा था। दीपनारायण तिराहे से बाईपास तक पहले से ही आरसीसी रोड का निर्माण कार्य चल रहा था और वन-वे ट्रैफिक की व्यवस्था लागू थी। ट्रैक्टर के फंसते ही दोनों ओर से आने वाले वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार जाम में चित्रकूट, बांदा और मध्य प्रदेश से आने वाले सीमेंट, गिट्टी और मोरंग के भारी वाहन भी फंस गए। वहीं प्रयागराज, रायबरेली और प्रतापगढ़ की ओर जाने वाले छोटे-बड़े वाहनों की कतारें हिनौता बाईपास तक पहुंच गईं, जिसकी दूरी लगभग 10 किलोमीटर बताई जा रही है।
जाम की स्थिति इतनी भयावह थी कि धाता इंटर कॉलेज, ब्लॉक कार्यालय और सीएचसी अस्पताल जाने वालों को अपने वाहन बाहर छोड़कर पैदल जाना पड़ा। स्कूली बच्चों और आम नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
धाता थाना प्रभारी अंकुर कैथवास पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और वाहनों को एक तरफ खड़ा कराकर आपातकालीन रास्ता खुलवाया। बुधवार दोपहर करीब 2 बजे जेसीबी और हैड्रा मशीन की मदद से ट्राली को हटाया गया, जिसके बाद 15 घंटे बाद स्थिति सामान्य हो सकी।
जिले में लगे इस जाम के कारण स्कूली बच्चों से लेकर आमजन तक सभी लोग परेशान हो गये और जरुरी कामों से निकले लोग जाम में ही खड़े के खड़े ही रह गये।