

कानपुर-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर सड़क किनारे खड़े ट्रक और अन्य वाहन लगातार हादसों को दावत दे रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही के चलते हाईवे पर दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। पढ़ें पूरी खबर
फतेहपुर: उत्तर प्रदेश में आए दिन हादसे की खबर सामने आती रहती है। हादसे थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं कानपुर-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर सड़क किनारे खड़े ट्रक और अन्य वाहन लगातार हादसों को दावत दे रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही के चलते हाईवे पर दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है।
अवैध कट भी हादसों की बड़ी वजह
जानकारी के मुताबिक, स्थानीय लोगों का कहना है कि चालक अपने वाहन किनारे खड़े कर ढाबों या होटलों में चले जाते हैं, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं और तेज रफ्तार गाड़ियां उनसे टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाती हैं। वहीं, हाईवे पर विपरीत दिशा में दौड़ते वाहन और अवैध कट भी हादसों की बड़ी वजह बन रहे हैं।
सर्विस रोड तक पर वाहनों का कब्जा
पिछले तीन महीनों में सड़क किनारे खड़े वाहनों से जुड़े एक दर्जन से अधिक हादसे हो चुके हैं। औंग, गोधरौली, हरदौलपुर मोड़, मौहार, गुगौली और अहिरनखेड़ा मोड़ जैसे स्थान सबसे खतरनाक माने जा रहे हैं। खासकर जहां ढाबे और होटल हैं, वहां सर्विस रोड तक पर वाहनों का कब्जा देखा जा रहा है।
मलवां तक हाईवे किनारे खड़े वाहनों को नियमित गश्त
मिली जानकारी के मुताबिक, कल्यानपुर थाना प्रभारी शैलेश सिंह ने बताया कि चौडगरा से मलवां तक हाईवे किनारे खड़े वाहनों को नियमित गश्त के दौरान हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी वाहन चालकों को चेतावनी दी जा चुकी है और यदि इसके बाद भी वाहन खड़े पाए गए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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