फतेहपुर: वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग को लेकर हिन्दू महासभा ने सौंपा ज्ञापन

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रखर राष्ट्रवादी और हिन्दुत्व विचारक वीर विनायक दामोदर सावरकर की जयंती मनाई गई। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

फतेहपुर: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रखर राष्ट्रवादी और हिन्दुत्व विचारक वीर विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के अवसर पर बुधवार को अखिल भारतीय हिन्दू महासभा द्वारा जनपद फतेहपुर में एक विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक में वीर सावरकर के जीवन और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके बाद संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।

हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने मांग की कि वीर सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए। संगठन के जिला अध्यक्ष शशिकांत मिश्रा ने कहा कि सावरकर देश के उन महान सपूतों में से एक थे जिन्होंने युवावस्था से ही विदेशी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंका। उन्होंने 22 अगस्त 1906 को पूना में विदेशी वस्त्रों की होली जलाकर स्वदेशी आंदोलन को नई दिशा दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उन्होंने बताया कि सावरकर ने 20 वर्षों तक अंडमान निकोबार की कुख्यात सेल्युलर जेल में ब्रिटिश हुकूमत की अमानवीय यातनाएं सहीं, लेकिन कभी अपने सिद्धांतों से विचलित नहीं हुए। उन्होंने न केवल स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया, बल्कि भारत को सांस्कृतिक रूप से जागरूक और संगठित करने का भी काम किया।

हिंदू महासभा का मानना है कि इतने महान स्वतंत्रता सेनानी और विचारक को भारत रत्न जैसे सर्वोच्च नागरिक सम्मान से अब तक वंचित रखना दुर्भाग्यपूर्ण है। संगठन ने केंद्र सरकार से मांग की है कि वीर सावरकर को भारत रत्न देकर देश के करोड़ों राष्ट्रभक्तों की भावनाओं को सम्मान दिया जाए।

इस मौके पर संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज त्रिवेदी, जिला प्रभारी गजेंद्र मौर्य, श्रवण कुमार, रामगोपाल शुक्ला, संगीता गुप्ता और प्रवक्ता स्वामी राम आसरे आर्य समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि सावरकर को भारत रत्न देना न केवल उनके योगदान का सम्मान होगा, बल्कि यह देश के युवा वर्ग के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

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