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एटा के जलेसर क्षेत्र में प्रशासन ने अवैध खनन पर बड़ी कार्रवाई करते हुए लगातार दो दिनों में कई वाहन पकड़े हैं। SDM भावना विमल के निर्देशन में तहसीलदार संदीप सिंह ने 1 लोडर और 1 ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त की, जबकि इससे एक दिन पहले नायब तहसीलदार ने एक JCB व दो डंपर पकड़े थे।
अवैध खनन मामले में ट्रैक्टर-ट्रॉली सीज
Etah: एटा जिले में अवैध खनन गतिविधियों पर प्रशासन ने एक बार फिर सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। जलेसर क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय खनन माफियाओं पर शिकंजा कसते हुए अधिकारियों ने लगातार दो दिनों में कई भारी वाहन पकड़कर सीज कर दिए। इस अभियान का नेतृत्व जलेसर SDM भावना विमल ने किया, जिन्होंने क्षेत्र में बढ़ते अवैध खनन के मामलों पर रोक लगाने के लिए टीम को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवददाता के अनुसार, ताजा कार्रवाई तहसीलदार संदीप सिंह की अगुवाई में की गई, जिसमें जलेसर तहसील के जैनपुरा और नगला गंगा गांव के समीप अवैध खनन कर रहे एक लोडर और एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को मौके पर पकड़ लिया गया। अधिकारियों के अनुसार, ये वाहन बिना किसी वैध परमिट और अनुमति के खेतों और नदी किनारों से मिट्टी व मोरम निकाल रहे थे। प्रशासन ने तुरंत प्रभाव से दोनों वाहनों को सीज कर लिया है और संबंधित धाराओं में जुर्माने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
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यह कार्रवाई अचानक नहीं हुई, बल्कि इससे एक दिन पहले ही जलेसर नायब तहसीलदार शाश्वत अग्रवाल ने सकरौली थाना क्षेत्र के नगला गंगा के पास से अवैध खनन कर रहे एक JCB और दो डंपर पकड़े थे। जानकारी के अनुसार, ये वाहन देर रात खनन करके ट्रकों में मोरम भरकर बाहर ले जाने की तैयारी में थे। लेकिन प्रशासन की टीम के मौके पर पहुंचते ही चालक वाहन छोड़कर फरार हो गए। वाहनों पर खनन सील न होने और अनुमति पत्र न मिलने के कारण इन्हें भी सीज कर दिया गया है।
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लगातार हो रही इन कार्रवाइयों ने पूरे क्षेत्र के खनन माफियाओं में हड़कंप मचा दिया है। जिला प्रशासन साफ कर चुका है कि किसी भी कीमत पर अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा। सीज किए गए सभी वाहनों पर भारी जुर्माने की तैयारी चल रही है। अधिकारियों के अनुसार, अवैध खनन न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि सरकारी राजस्व की भी भारी हानि करता है। यही कारण है कि प्रशासन अब कठोर दंडात्मक कार्रवाई की ओर बढ़ रहा है। किसी भी वाहन का परमिट, ई-चालान, टैक्स और खनन अनुमति पत्र मिलने तक उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।