

जनपद के जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने शुक्रवार को महिला सुरक्षा और शिक्षा से जुड़ी दो महत्वपूर्ण संस्थाओं—वन स्टॉप सेंटर और जिला राजकीय पुस्तकालय का औचक निरीक्षण किया। सेंटर मैनेजर ने बताया कि वर्तमान में केंद्र में कुल 06 संवासिनी बालिकाएं रह रही हैं, जिनमें से 3 को मेडिकल जांच के लिए पुलिस अभिरक्षा में जिला अस्पताल भेजा गया है।
निरीक्षण करते जिलाधिकारी
Maharajganj: जनपद के जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने शुक्रवार को महिला सुरक्षा और शिक्षा से जुड़ी दो महत्वपूर्ण संस्थाओं—वन स्टॉप सेंटर और जिला राजकीय पुस्तकालय का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने इन संस्थाओं की व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया और कई आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार सबसे पहले जिलाधिकारी वन स्टॉप सेंटर पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस चौकी, कार्यालय कक्षों, बालिकाओं के आवासीय कक्ष और सेंटर में मौजूद सुविधाओं का जायजा लिया।
जिलाधिकारी ने सेंटर में कार्यरत कार्मिकों की उपस्थिति की जानकारी ली। इस पर जिला प्रोबेशन अधिकारी कन्हैया यादव ने बताया कि कुल 08 कार्मिक नियुक्त हैं, किंतु निरीक्षण के समय केवल 04 कार्मिक ही उपस्थित थे। एक कार्मिक जिला अस्पताल में ड्यूटी पर था, जबकि शेष 03 लखनऊ में ट्रेनिंग के लिए गए हुए थे। इस पर जिलाधिकारी ने सख्ती से निर्देश दिए कि सभी कर्मचारी ड्यूटी के समय पर उपस्थित रहें और संवासिनियों की समुचित देखभाल में कोई कोताही न बरती जाए।
सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए बन रही बाउंड्री वॉल की भी जानकारी जिलाधिकारी ने ली। उन्हें अवगत कराया गया कि यह कार्य 20 दिन पहले शुरू हो चुका है, जिससे सेंटर को अधिक सुरक्षित बनाया जा सके।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने जिला राजकीय पुस्तकालय का भी निरीक्षण किया। उन्होंने पुस्तकालय परिसर, वाचनालय और शौचालय की सफाई व्यवस्था की सराहना की। उन्होंने बच्चों की उपस्थिति, पंजीकरण और उपलब्ध सीटों की जानकारी ली। पुस्तकालय संचालक ने बताया कि अब तक लगभग 250 बच्चों का पंजीकरण हो चुका है और कुल 72 सीटें उपलब्ध हैं। बच्चे अलग-अलग समय में आकर अध्ययन करते हैं।
जिलाधिकारी ने पुस्तकों को व्यवस्थित ढंग से रखने और अध्ययन वातावरण को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने पुस्तकालय की समुचित व्यवस्था और शांति पूर्ण वातावरण पर संतोष व्यक्त किया।