

जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के लिए हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने लापरवाही पर सख्त तेवर दिखाए। अनुपस्थित और जिम्मेदारी से भाग रहे स्वास्थ्य कर्मियों को नोटिस व दंडात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ा। कई आशाओं पर बर्खास्तगी की नौबत आ गई तो कई अधिकारियों की वेतन वृद्धि भी रोक दी गई। जानिए डाइनामाइट पर पूरी खबर
लापरवाह आशाओं व अफसरों पर कड़ी कार्रवाई
Maharajganj: महराजगंज जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर लगातार मिल रही शिकायतों और विभागीय ढिलाई पर जिलाधिकारी ने शनिवार को हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में बड़ा फैसला लिया। बैठक के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों और स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा की गई। समीक्षा में खामियां मिलने पर जिलाधिकारी ने जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए साफ संदेश दिया कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही अब किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार बैठक में बिना सूचना लगातार अनुपस्थित रहने वाली 06 आशाओं के खिलाफ बर्खास्तगी का नोटिस जारी कर दिया गया। इसके अलावा आरबीएसके चिकित्सक डॉ. नीरज सिंह के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों पर नोटिस थमा दिया गया।
फरेंदा क्षेत्र की समीक्षा में संस्थागत प्रसव की दर बेहद कम पाए जाने पर जिलाधिकारी ने डीसीपीएम और बीसीपीएम फरेंदा को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। वहीं, पूर्ण टीकाकरण में 70 प्रतिशत से कम प्रगति करने वाली सभी एएनएम का एक-एक इंक्रीमेंट रोकने का आदेश भी दिया गया।
बैठक में यह भी सामने आया कि एचबीएनसी भ्रमण शून्य है, जिस पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पनियरा को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश जारी हुआ। साथ ही जीरो डोज बच्चों की सबसे अधिक संख्या मिलने पर बीपीएम रतनपुर को नोटिस दिया गया।
इतना ही नहीं, ब्लॉकस्तरीय समीक्षा बैठक में अनुपस्थित एमओआईसी, बीसीपीएम और बीपीएम को भी नोटिस जारी करने के आदेश दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि विभागीय समीक्षा बैठकें गंभीरता से ली जाएं, क्योंकि इन्हीं के आधार पर योजनाओं का सही क्रियान्वयन और जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकती है।