वृक्षारोपण से शुरू हुआ विवाद बना जातीय हमला: विधायक के लगाए गए पौधे को तोड़ने पर मारपीट, FIR दर्ज

महराजगंज के जंगल दुधई गांव में विधायक द्वारा लगाए गए पौधों को तोड़ने से शुरू हुआ विवाद जातिसूचक गालियों और जानलेवा हमले तक पहुंच गया। पीड़ित की शिकायत पर एससी/एसटी कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज किया गया है।

Maharajganj: जिले के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के जंगल दुधई उर्फ चेहरी गांव में विधायक द्वारा कराए गए वृक्षारोपण को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। प्रकीर्ण प्रार्थना-पत्र संख्या 280/2025 में दर्ज विवरण के अनुसार, पीड़ित मैनेजर पुत्र रत्तन (उम्र 50 वर्ष) 24 जुलाई 2025 को खेत की ओर जा रहे थे, तभी उन्होंने गांव के ही ओमकार पुत्र सुमेर को विधायक द्वारा लगाए गए पौधे को तोड़ते हुए देखा। जब प्रार्थी ने विरोध किया तो विवाद मारपीट में बदल गया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, शिकायत मिली थी कि ओमकार ने अपने साथियों सजन, सुरेश, चंद्रकिशोर, सत्यम, रामदरश, लक्ष्मी और हरीश उर्फ नीरहू समेत 4-5 अज्ञात लोगों को बुला लिया। सभी लोग लाठी-डंडा और धारदार हथियारों से लैस होकर पहुंचे और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए प्रार्थी को गालियां देने लगे। आरोप है कि इसके बाद सामूहिक रूप से प्रार्थी पर हमला किया गया। मारपीट में उसके दांत टूट गए और गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की गई।

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मजदूरों ने बचाई जान

पीड़ित ने बताया कि अगर पास के खेतों में मजदूरी कर रहे लोग मौके पर न आते तो उसकी जान बचाना मुश्किल हो जाता। गांव के दबंग किस्म के इन लोगों पर पहले भी गाली-गलौज और मारपीट के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन धनबल और दबाव के कारण हर बार मामला दबा दिया जाता है। इस बार भी पीड़ित ने घटना की सूचना पुलिस चौकी और थाना को दी, फिर रजिस्टर्ड डाक से पुलिस अधीक्षक को शिकायत भेजी, लेकिन कार्रवाई न होने पर उसे अदालत का सहारा लेना पड़ा।

कोर्ट का आदेश

विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी एक्ट महराजगंज (संजय मिश्र) ने प्रार्थना-पत्र को स्वीकार करते हुए कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को तत्काल एफआईआर दर्ज कर नियमानुसार विवेचना करने का आदेश दिया। आदेश पर तत्काल कोतवाली पुलिस ने दर्जनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है।

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गंभीर धाराएं

अभियुक्तों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 115(2), 352, 351(2), 191(2), 117(2) व एससी/एसटी एक्ट 3(1)(ध) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

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